सागर में 200 एकड़ जमीन पर बनेगी सबसे बड़ी जेल

 सेंट्रल जेल
  • नए जेल में 5000 कैदियों को रखने की क्षमता

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। करीब 900 कैदियों की क्षमता वाली सागर की 160 साल पुरानी सेंट्रल जेल अब 200 एकड़ जमीन पर आकार लेगी। अब रिडेंसिफिकेशन के बाद यहां 5000 कैदियों को रखा जा सकेगा। नए सेंट्रल जेल में अपराधियों को मिलने वाली सुविधाओं और हाइजीनिक वातावरण की आम बस्तियों में रहने वाले लोग कल्पना ही कर सकते हैं। नए जेल में कैदियों के उपचार के लिए अस्पताल, महिला बंदियों के बच्चों को स्कूल, खुली जेल, ट्रेनिंग सेंटर, मॉर्डन मीटिंग हाउस, पार्क, गोशाला, सभा भवन, खेल मैदान, सीवर, सडक़ और सुंदर पेवर ब्लॉकिंग जैसी सुविधाएं मिलेंगी। असल में 40 एकड़ में बनी सेंट्रल जेल सागर शहर के बीचों बीच स्थित है। इसलिए इसका विस्तार संभव नहीं है। वहीं, सागर स्मार्ट सिटी घोषित होने के कारण विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों के लिए स्मार्ट सिटी चप्पा-चप्पा खंगाल रही है। ऐसे में शहर के बीचों बीच स्थित 40 एकड़ जमीन किसी खजाने के हाथ आने जैसा ही है। वहीं प्रदेश की सबसे पुरानी जेल को नए लोकेशन पर बनाने की कवायद जेल विभाग ने पूरी कर दी है। जेल के निर्माण के लिए मुश्किल जमीन को लेकर पैदा हो गई है। 200 एकड़ जमीन पर फैसला हो गया है, लेकिन आवंटन को लेकर देरी हो रही है। जेल के निर्माण में देरी को लेकर मुख्यालय ने राजस्व विभाग को पत्र लिखा है।
आधुनिक सुविधाएं और खुली जेल का प्रावधान
दरअसल, सागर की सेंट्रल जेल के लिए चितौरा में 200 एकड़ जमीन देने पर फैसला हुआ था। इससे डीपीआर का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। क्योंकि जमीन का आवंटन नहीं हुआ है। करीब 250 करोड़ की लागत से बनने वाली नई जेल में आधुनिक सुविधाएं और खुली जेल का प्रावधान किया जा रहा है। इसमें 5 हजार कैदी रह सकेंगे। जेल का काम शुरू होने के बाद इसकी शिफ्टिंग में 3-4 साल लग सकते हैं। जेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुलाकात का सब्जी कोल्ड स्टोरेज, आधुनिक मॉड्यूलर किचन, जेल के अंदर आवासीय परिसर में पार्क जेल के चारों तरफ वॉच टॉवर, परिसर में गौशाला, पुस्तकालय 5000 बदियों के लिए बैरक, कार्यालय और अन्य भवन, जेल की हाईटेक सुरक्षित बाउंड्रीवाल परिसर में ही 100 बिस्तर का अस्पताल भवन आदि सुविधाएं रहेंगी।
जेल परिसर में आवास गृह भी बनेंगे
जेल परिसर में 234 विभिन्न श्रेणियों के आवास गृहों का भी निर्माण किया जाएगा। वहां विद्युतीकरण सबस्टेशन फीडर लाइन, स्पोट्र्स ग्राउंड एवं परिसर का विकास कार्य किया जाएगा। मौजूदा पुरानी जेल को गिराकर शहर के बीच अत्याधुनिक कमर्शियल काम्प्लेक्स का प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी है। केन्द्रीय जेल परिसर में ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम, कंट्रोल रूम, सभाकक्ष, सीसीटीवी कैमरों से युक्त होगा।

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