प्रदेश में गरमाने लगी है राजनीति…
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चीफ कमलनाथ की धार्मिक यात्राएं लगातार जारी हैं। हाल ही में कमलनाथ ने जबलपुर के ग्वारीघाट पर मां नर्मदा का पूजन किया था। कांग्रेस सरकार बनते ही नदियों के संरक्षण के लिए आयोग गठन की घोषणा भी पहले ही कर चुकी है। वहीं, अब पीसीसी चीफ कमलनाथ लंबे समय से सुर्खियों में बने हुए बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात करने बागेश्वर धाम पहुंचेंगे। वे वहां बागेश्वर हनुमान जी के दर्शन भी करेंगे। जहां एक ओर कांग्रेस कमलनाथ को धार्मिक व्यक्ति बता रही है, तो वहीं उनके बागेश्वर धाम जाने पर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस के ही कई नेता धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं। इसे लेकर बीजेपी का कहना है कि कमलनाथ बागेश्वर पहुंचकर प्रदेश से ऐसी टिप्पणियों के लिए माफी मांगें।
गौरतलब है कि पीसीसी चीफ कमलनाथ धार्मिक यात्राओं को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने राहुल गांधी के साथ ओमकारेश्वर और महाकालेश्वर में दर्शन पूजन किया था, मां नर्मदा का भी पूजन किया था। हाल ही में वह जबलपुर में भी नर्मदा जयंती महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके अलावा प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा के साथ भी चर्चा के उनके वीडियो सामने आ चुके हैं। हनुमान पूजन, कृष्ण भक्ति से लेकर अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में भी कमलनाथ नजर आए हैं।
पूर्व सीएम की धार्मिक यात्राएं जारी रहेंगी: कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि आने वाले समय में भी कमलनाथ की धार्मिक यात्राएं इसी तरह जारी रहेंगी। आगामी 13 फरवरी को वह बागेश्वर धाम पहुंचकर मंदिर में दर्शन करेंगे और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात भी करेंगे। कांग्रेस मीडिया सेल उपाध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि कमलनाथ धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और सभी धार्मिक आयोजनों में शामिल होते हैं। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते? सर्किट, 1 हजार गौशाला बनवाने का काम किया, पुजारियों का मानदेय बढ़ाया और मंदिरों को माफियाओं से मुक्त किया। वह धर्म के रास्ते पर चलने वाले नेता हैं। बीजेपी राजनीति के लिए धर्म का उपयोग करती है, जबकि हमारी धार्मिक आस्थाएं हैं।
बीजेपी ने कहा प्रदेश की जनता से माफी मांगें कमलनाथ
पीसीसी चीफ कमलनाथ के बागेश्वर धाम जाने पर सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी मीडिया विभाग अध्यक्ष लोकेंद्र पराशर ने कहा कि कमलनाथ बागेश्वर धाम जाएं और वहां पर माफी मांगे। कांग्रेस के नेताओं ने बागेश्वर धाम के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी की है और अशिष्टता पूर्ण व्यवहार किया है, उसके लिए माफी मांगनी चाहिए। कमलनाथ प्रदेश के लोगों से कहें कि हमारे नेताओं ने गलत कहा है अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें इच्छाधारी हिंदू माना जाएगा। कमलनाथ को समाज से माफी मांगनी चाहिए। बीजेपी ने यह भी कहा कि कमलनाथ हिंदू होने के नाते अपने मंदिरों में जा सकते हैं।