अब वीडी-मुरली ने कसी माननीयों की मुसकें

वीडी-मुरली

भोपाल संभाग के विधायकों से वन-टू-वन

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। अब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही विधायकों को उनाक रिपोर्ट कार्ड बताकर नसीहत देते रहे हैं, लेकिन चुनावी साल शुरू होते ही अब संगठन भी इस मामले में सक्रिय हो गया है। प्रदेश संगठन के मुखिया वीडी शर्मा ने बीते रोज भोपाल संभाग के विधायकों की बैठक लेकर उन्हें नसीहतों का डोज पिलाया। यह डोज उन्हें दिया गया है जिनकी अपने इलाके में पकड़ कमजोर हुई है। दरअसल शर्मा ने बीते रोज संभाग के सभी विधायकों से वन टू वन किया, जिसमें मंत्री विश्वास सारंग को भी बुलाया गया था। इस दौरान सभी विधायकों से पहले उनका फीडबैक लिया गया। इस दौरान पहले संयुक्त रुप से और फिर बाद में वन टू वन रुप से विधायकों को उनका रिपोर्ट कार्ड बताया गया।
इस दौरान संबंधित विधायकों को उनके बारे में अब तक पार्टी को मिले फीडबैक से अवगत कराते हुए उन्हें खामियों से भी अवगत कराया गया। यह फीडबैक पार्टी को सर्वे और अलग-अलग पदाधिकारियों के दौरों से मिला है। विधायकों बताया गया कि जनता उनके बारे में क्या सोचती है। विधायकों को खामियां बताकर उन्हें अभी से सुधार करने की नसीहत दी गई। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में अभी समय है, फिर देर न हो जाए। वीडी ने इस दौरान मंत्री विश्वास सारंग से भी उनके क्षेत्र की स्थिति पूछी।  विधायकों को बताया कि संगठन के दौरों और अन्य फीडबैक के जरिए जनता उनके बारे में क्या कहती है । किन सेक्टर में काम करने की जरूरत है। ज्यादातर विधायकों को लेकर  कार्यकर्ताओं को समय न देने को लेकर फीडबैक मिला है। इसके तहत विधायकों को कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए। कुछ जगह स्थानीय मांगों को महत्व देने को भी कहा गया। कई सीटों पर समन्वय की दिक्कत सामने आई थी। इस पर भी नसीहत दी गई। संगठन को महत्व देने के लिए कहा गया। संगठन के संपर्क, प्रशिक्षण व बूथ अभियान सहित अन्य कार्यक्रमों में पूरी भागीदारी और सहयोग के लिए कहा गया। संगठन के बड़े नेताओं का रूख अब छोटे जिलों की ओर है, इस कारण उनके दौरों में मिले फीडबैक को भी बताया गया। नसीहत दी गई कि वरिष्ठ नेताओं के दौरे के समय सक्रिय रहें।
गौरतलब है कि इस तरह का वन टू वन अभी तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ही किया जाता रहा है। हाल ही में विधानसभा का सत्र समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा अलग-अलग संभागों के विधायकों के साथ इसी तरह का वन टू वन किया गया था। उसमेंं भी विधायकों को उनकी वास्तविक स्थिति बताते हुए कार्यप्रणाली में सुधार लाने की नसीहत दी गई थी। सूत्रों का कहना है कि अब सत्ता व संगठन चुनाव से छह माह पहले भी इसी तरह का एक और सर्वे कराएगा जिससे की विधायकों की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके। इसके बाद ही विधायकों के टिकट का फैसला किया जाएगा। दरअसल अब तक जो सर्वे रिपोट आयी हैं उसके मुताबिक प्रदेश में भाजपा के करीब आधे विधायकों की स्थिति उनके इलाकों में खराब बताई गई है। अगर अभी चुनाव हो जाएं तो यह खराब रिपोर्ट वाले विधायक हार सकते हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री के बाद अब वीडी शर्मा को इस मामले में विधायकों को समझाइश देनी पड़ रही है। गौरतलब है कि इस तरह की पूर्व में दी गई समझाइश के बाद भी कई विधायकों की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होने की जानकारी भी संगठन को जानकारी मिली है।  
टिकट के लिए सभी दावेदार
भाजपा प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने बीते रोज नर्मदापुरम के जिला भाजपा कार्यालय में अपनी क्लास लगाई। जिसमें मंत्री, विधायक, सांसद, जिला अध्यक्ष और महामंत्री विद्यार्थी की भूमिका में नजर आए। इस दौरान जब राव ने पूछा कि कौन-कौन विधायक का टिकट लेना चाहता है। इस पर वहां मौजूद सभी नेताओं ने हाथ खड़े कर दिए। इस स्थिति को देखते हुए राव ने उन्हें लक्ष्य देते हुए कहा कि जो भी टिकट चाहता है, उसके सोशल मीडिया पर एक लाख फॉलोअर होने चाहिए। अपने वोट में 51 प्रतिशत की बढ़ोतरी करो। इसके बाद ही टिकट की दावेदारी मानी जाएगी। इस दौरान राव ने चार चरणों में अलग- अलग बैठकें लीं। सभी को जीत का पाठ पढ़ाया। चुनावी रण में कैसे काम करना है, इसका गणित समझाया। दूसरी पारी में राव ने 22 मंडल अध्यक्षों और पदाधिकारियों से पार्टी की जमीनी हकीकत को समझा। चुनावी तैयारियों और जनता के बीच पहुंच रही शासन की योजनाओं की जानकारी ली। बैठक में प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया, किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दर्शन सिंह आदि शामिल हुए।

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