गुवाहाटी/बिच्छू डॉट कॉम। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के स्वतत्रंता संग्राम में पूर्वोत्तर के वीरों का योगदान अतुलनीय है। सेना के पूर्वी कमान ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पूर्वोत्तर स्वाभिमान उत्सव का आयोजन किया, इससे आने वाले समय में नया सवेरा लेकर आएगा। रक्षामंत्री सोमवार (21 नवंबर) को गुवाहाटी में आयोजित स्वाभिमान उत्सव के समापन समारोह को वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। इस दौरान सेना ने सैनिक अस्त्र और शस्त्र का भी प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में आठों राज्यों की सांस्कृतिक झलक देखने को मिली। समापन कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू भी उपस्थित थे। राजनाथ सिंह ने कहा, भारत के विकास में पूर्वोत्तर का योगदान महत्वपूर्ण है। सेना की पूर्वी कमान ने इस तरह के कार्यक्रम करके एक नई ईबारत लिखी है। उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर के विकास के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है और उसके नतीजे अब दिखने भी लगे हैं।
इस अवसर पर सभी का स्वागत करते हुए पूर्वी कमान के प्रमुख आरपी कलिता ने कहा, कार्यक्रम के माध्यम से हमने स्वातंत्रता संग्राम में शहीद होने वाले गुमनाम वीरों को याद किया। इसके साथ ही राष्ट्र के विकास में पूर्वोत्तर की भूमिका को भी रेखांकित किया। किस तरह से भारतीय सेना. एनईसी, एनएफआर और अन्य संस्थाएं मिलकर काम कर रही हैं। यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जिसमें पूर्वोत्तर के सभी राज्यों, नॉर्थ ईस्टर्न जोन कल्चरर काउंसिल, ओएनजीसी और आईओसी ने सहभागिता की। इस दौरान वायु सैनिकों और सेना के जवानों ने हैतरंगेज करतब दिखाकर सबका मन मोहा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में आठों राज्यों की सांस्कृतिक विरासत की छठा देखने को मिली। कार्यक्रम के अंत में लेफ्टिनेंट जनरल केसी पंचनाथन, जनरल ऑफिसर कमांडिंग 101 एरिया ने गणमान्य व्यक्तियों, वक्ताओं और उपस्थित लोगों को धन्यवाद किया।