इस्लामाबाद/बिच्छू डॉट कॉम। इमरान खान ने एक बार फिर से अमेरिका का जिक्र किया है। खुद को सत्ता से बेदखल करने के लिए अमेरिका पर आरोप लगाने वाले इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान यूएस के साथ ठीक वैसे ही रिश्ते रखना चाहता है जैसे कि अमेरिका के भारत के साथ हैं। एक साक्षात्कार में पूर्व पाक पीएम ने ये बात कही। इमरान खान ने कहा है कि वह फिर से पाकिस्तान का प्रधानमंत्री निर्वाचित होने पर अमेरिका के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं और वह प्रधानमंत्री पद से उन्हें हटाए जाने के लिए अब उसे (अमेरिका को) दोष नहीं देते। ऐसा कहकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री खान ने अपने पहले के बयान से एक तरह से ‘यू-टर्न’ लिया है। खान का आरोप था कि अमेरिका ने तत्कालीन विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन देकर उन्हें सत्ता से हटाने का षड्यंत्र रचा है।
इंटरव्यू में इमरान ने एक बार फिर से भारत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ “सम्मानजनक संबंध” रखे, जैसा कि वह भारत के साथ रखता है। भारत के अमेरिका के साथ ‘बेहद सम्मानजनक’ संबंध हैं।” रूसी तेल आयात करने के भारत के फैसले का हवाला देते हुए, इमरान खान ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि भारत अमेरिका की परवाह किए बिना अपने लोगों को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका को ‘ना’ कहता है और रूस से तेल खरीदता है। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को भी यह “ना” कहने की अनुमति दी जानी चाहिए। इमरान ने इस्लामाबाद और वाशिंगटन के बीच संबंधों को “मालिक-सेवक” करार दिया।
खान दावा करते रहे हैं कि अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशिया संबंधी शीर्ष अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू उनकी सरकार को गिराने की ‘विदेशी साजिश’ में शामिल थे। समाचार पत्र ने खान के हवाले से कहा, ‘‘मैं जिस पाकिस्तान का नेतृत्व करना चाहता हूं, उसके सभी के साथ अच्छे संबंध होने चाहिए, खासकर अमेरिका के साथ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के साथ हमारा संबंध एक मालिक-सेवक का रहा है… लेकिन इसके लिए मैं अमेरिका से ज्यादा अपनी सरकारों को दोषी ठहराता हूं।’’
खान ने ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि वह अब अमेरिका को “दोष” नहीं देते और फिर से निर्वाचित होने पर ‘‘सम्मानजनक’’ संबंध चाहते हैं। खान पर हाल ही में घातक हमला हुआ था जिसमें वह घायल हो गए थे। उन्होंने कथित साजिश के बारे में ब्रिटेन के समाचार पत्र से कहा, ‘‘जहां तक मेरा संबंध है, यह खत्म हो गया है…।’’ हालांकि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अमेरिका दोनों कथित षड्यंत्र से इनकार करते रहे हैं।