मध्यप्रदेश में फार्मा सेक्टर के विकास पर करेंगे फोकस : मुख्यमंत्री चौहान

कोविड काल में म.प्र. के फार्मा सेक्टर ने बढ़ाया था अनेक देशों के लिए सहयोग का हाथ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुम्बई में राउंड टेबल बैठक के दौरान फार्मा एण्ड मेडिकल डिवाइसेस मैन्यूफैक्चरर्स से की चर्चा

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड की कठिन परिस्थितयों में मध्यप्रदेश के फार्मास्युटिकल सेक्टर ने देश ही नहीं विदेश में बसे लोगों की भी मदद की। मानवता की दिशा में उठे इस महत्वपूर्ण कदम से मध्यप्रदेश को यह प्रेरणा मिली है कि हमें फार्मा सेक्टर को फोकस करना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कई जीवनरक्षक दवाइयाँ बना कर फार्मा सेक्टर मनुष्यों की सेवा करता है। एक क्षेत्र में एक सी सुविधाएँ प्रदान करते हुए औद्योगिक क्षेत्र को लाभान्वित करने से ज्यादा अच्छे परिणाम मिलेंगे। मध्यप्रदेश इस दिशा में सक्रिय रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुम्बई में राउंड टेबल बैठक में फार्मा एण्ड मेडिकल डिवाइसेस मैन्यूफैक्चरर्स से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र को 5 ट्रिलियन डालर की अर्थ-व्यवस्था बनाने के लक्ष्य में मध्यप्रदेश पूर्ण सहयोग के लिए संकल्पबद्ध है। मध्यप्रदेश अनेक क्षेत्र में विकास की चरम स्थिति में पहुँचने के साथ नए निवेश से समृद्धि और रोजगार वृद्धि के प्रयास कर रहा है। अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश सबसे आगे है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक गौरवशाली, वैभवशाली और शक्तिशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश सर्वाधिक योगदान देगा। भारत की इकॉनोमी में मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ कर 4.3 प्रतिशत हो गया है। प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 37 हजार रूपये है। प्रदेश की विकास दर देश में सबसे ज्यादा 19.76 प्रतिशत है।

मध्यप्रदेश में अलग-अलग निवेश को नीति के अंतर्गत सुविधाएँ दी जाती हैं। कोई विशेष प्रस्ताव आता है, तो उस पर भी प्राथमिकता से विचार किया जाता है।

मध्यप्रदेश से डाकू हो गए हैं साफ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के चम्बल क्षेत्र में किसी जमाने में डाकू हुआ करते थे। अब सब साफ कर दिए गए हैं। चम्बल क्षेत्र में अटल प्रोग्रेस-वे बनाया जा रहा है। इसके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनेंगे। मध्यप्रदेश के मध्य से नर्मदा एक्सप्रेस-वे गुजरेगा, जिसके दोनों तरफ भी इंडस्ट्रियल क्लस्टर और टाउनशिप का विकास होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवेशकों को इंदौर में 11 और 12 जनवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समिट के पहले इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी होगा।

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