सीएस को लेकर असमंजस, वर्णवाल हो सकते हैं खजाने के इंचार्ज

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भोपाल/गौरव चौहान /बिच्छू डॉट कॉम। सूत्रों की माने तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नए मुख्य सचिव के नाम का फैसला किया जाएगा। दरअसल इस सबंध में पूरी तरह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर है निर्भर करता है कि वे मौजूदा मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस को सेवावृद्धि दिलाते हैं या फिर किसी नए अधिकारी को उनकी जगह देखना चाहते हैं। दरअसल इकबाल सिंह को एक साल के लिए ही सेवावृद्धि मिल सकती है।
इसकी वजह से वे चुनाव होने तक ही सेवा में रह सकते हैं। अगर छह माह की सेवावृद्धि मिलती है तो फिर उन्हें अगले साल जून तक का ही कार्यकाल मिलेगा। ऐसे में उस समय फिर सरकार को नए मुख्यसचिव के नाम का फैसला करना पड़ेगा तब आम विधानसभा चुनाव में महज पांच माह का ही समय रह जाएगा। जिसकी वजह से  नए मुख्यसचिव के लिए मुश्किलें अधिक होंगी। ऐसे में अगर इकबाल सिंह बैंस को यदि एक साल की सेवावृद्धि नहीं मिलती तो एक दिसम्बर को प्रशासन के नए मुखिया की ताजपोशी होना तय है। बैंस की सेवानिवृत्ति के बाद वरिष्ठता में पहले नंबर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा की 1988 बैच की अधिकारी श्रीमती वीरा राणा है। श्रीमती राणा वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष है। लेकिन श्रीमती राणा मुख्यमंत्री की पसंदीदा अधिकारियों में नहीं मानी जाती हैं।  इसकी वजह से माना जा रहा है कि केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ सचिव प्रमोशन आफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड अनुराग जैन व अपर मुख्यसचिव लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान में से किसी एक को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाए जाने की संभावनाएं अधिक बनी हुई हैं। अनुराग जैन मुख्यमंत्री के पसंदीदा अफसर तो पहले से ही माने जाते रहे हैं, साथ ही वे सीएम सचिवालय में सचिव भी रह चुके हैं। यह बात अलग है कि केन्द्र सरकार पर निर्भर करता है कि वह उन्हें वापस  प्रदेश में भेजे या नही। उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में भी माना जाता है।
वे प्रधानमंत्री कार्यालय में भी संयुक्त सचिव के रुप में काम कर चुके हैं। इसकी वजह से माना जा रहा है कि उन्हें केन्द्र सरकार सचिव वित्त भी बना सकती है। इसकी वजह से उनका केन्द्रीय कैबिनेट सचिव बनने की रास्ता खुल सकता है। इसकी वजह से माना जा रहा है कि शायद ही वे वापस लौटने में रुचि लें। इस स्थिति में माना जा रहा है कि मोहम्मद सुलेमान को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। सुलेमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेहद खास अफसरों में गिने जाते हैं। इसकी वजह है उनकी कार्यशैली।
वे अब तक शिवराज द्वारा सौंपी गई तमाम तरह की चुनौतिपूर्ण जिम्मेदारियों पर खरे उतरते रहे हैं। इसका उदाहरण कोरोना महामारी है। उस समय भी सुलेमान ने बिना विचलित हुए बेहतर व्यवस्थाएं जुटाने में सफलता पायी और विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का हौसला भी कम नहीं होने दिया। उनके अलावा 1989 बैच के अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, अपर मुख्यसचिव पशुपालन जेएन कंसोटिया तथा 1990 बैच अपर मुख्यसचिव गृह डा. राजेश राजौरा तथा अपर मुख्यसचिव जलसंसाधन व नर्मदा घाटी विकास एसएन मिश्रा के नाम भी दावेदारों की चर्चा में शामिल हैं। इसके अलावा एक अन्य नाम भी चर्चा में बना हुआ है वह नाम है केन्द में पदस्थ आशीष उपाध्याय का।
अशोक वर्णवाल हो सकते हैं वित्त के नए मुखिया
अपर मुख्यसचिव वित्त मनोज गोविल प्रतिनियुक्ति पर केन्द्र में जा रहे हैं। इसकी वजह से अब सरकार स्तर पर वित्त विभाग के नए मुखिया की खोज शुरू कर दी गई है।  सूत्रों के अनुसार मनोज गोविल के प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त होने पर अपर मुख्यसचिव वेतनमान का एक पद रिक्त हो जाएगा। इस पद पर प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल को पदोन्नत कर वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वर्णवाल कई साल तक वित्त विभाग में रह चुके हैं। वर्णवाल के अलावा प्रमुख सचिव पर्यावरण अनुरूद्ध मुखर्जी का नाम भी वित्त विभाग के मुखिया के लिए चर्चा में है। गोविल के अवकाश पर रहने के समय करीब एक माह तक मुखर्जी के पास वित्त विभाग का प्रभार था।

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