नर्मदापुरम में दर्जनों बंद खदानों पर माफिया ने किया ताबड़तोड़ खनन शुरू

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। सरकारी रिकार्ड में भले ही अभी वैध रेत की खदानें बंद हैं, जिन्हें अगले माह से शुरू किया जाना है , लेकिन बारिश थमने के बाद अब पानी कम होते ही राजधानी के पड़ौसी जिले नर्मदापुरम में खनन माफिया ने ताबड़तोड़ तरीके से रेत का खनन शुरू कर दिया है। इसके लिए माफिया द्वारा आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। इस जिले में सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 118 रेत खदाने हैं। जो फिलहाल बारिश के मौसम की वजह से बंद हैं।
इसके बावजूद अवैध उत्खनन और परिवहन धड़ल्ले से जारी है, लेकिन प्रशासन के तमाम अमले को यह नजर नहीं आ रहा है। जिले में हालात यह है कि जिला मुख्यालय से महज 8 किमी दूर बांद्राभान नर्मदा तवा के संगम के पास मगरिया पुल के नीचे खुले आम जमकर मशीनों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है। यही नहीं जिला मुख्यालय से लेकर इसके आसपास के इलाकों में लगातार अवैध उत्खनन कर रेत की तस्करी होते देखी जा सकती है। खास बात तो यह है कि नर्मदापुरम से भोपाल भी भारी मात्रा में अवैध रेत डंपरों व अन्य साधनों से लायी जाती है, जिसे लेकर वाहन वन एवं खनिज विभाग की चौकियों व कई थानों के सामने से होकर गुजरते  हैं , लेकिन मजाल है की कोई भी अमला उनके खिलाफ कार्रवाई करे। इसकी वजह है उन्हें मिला राजनैतिक व प्रशासनिक संरक्षण। यही नहंी स्थानीय स्तर पर भी बांद्राभान रोड पर पूरे समय ट्रैक्टर-ट्रॉलियां दौड़ती रहती हैं। इन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। बता दें कि रेत खदानें एनजीटी की रोक की वजह से बंद हैं। तवा और नर्मदा के डोंगरवाड़ा, खरार्घाट पुल के नीचे और आसपास उत्खनन चल रहा है।
धमकाने व झूमाझटकी में नहीं रहते पीछे
 खनिज माफिया शासन प्रशासन को खुलेआम धमकी देकर मारपीट करने पर उतारू है। हाल ही में इटारसी तहसील के नायब तहसीलदार, पटवारी और नगर सैनिक को न केवल धमकी दी गई , बल्कि धमकाया भी गया है। दरअसल यह मामला बीते दो दिन पहले  का है। रामपुर गुर्रा मोड़ पर रविवार को बिना नंबर की रेत से भरी ट्रैक्ट का ट्राली को नायब तहसीलदार विनय ठाकुर ने पकड़ लिया था। इसी दौरान रेत माफिया ने नायब तहसीलदार और नगर सैनिक से बदसलूकी करते हुए जान से मारने की धमकी दी। घटना के बाद पुलिस ने ट्रैक्टर ट्राली के ड्राइवर लक्ष्मण पिता दिनेश एक्के  निवासी कांदई पथरोटा को पकड़ा था। पूछताछ में बताया कि ट्रैक्टर मालिक प्रदीप  पाल निवासी कांदई पथरोटा के कहने पर अवैध रेत का परिवहन कर रहा था।
किन किन जिलों में सक्रिय है रेत माफिया
प्रदेश में वैध खनन बंद होने से अवैध खनन तेजी से बढ़ रहा है। यह स्थिति तब है, जब अवैध खनन को सख्ती से रोकने के मुख्यमंत्री तक निर्देश दे चुके हैं, इसके बाद भी न तो अवैध खनन रुका है और न ही इसे रोकने जाने वाले अमलों पर हमले रुके हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा अवैध खनन होशंगाबाद, नरसिंहपुर, रायसेन, विदिशा, छतरपुर, दतिया, मुरैना जिले में होता है। इन जिलों में बेखौफ माफिया धड़ल्ले से अवैध रेत खनन के अलावा इमारती पत्थरों का खनन कर रहे हैं।

Related Articles