बिच्छू राउंडअप/पाक की मंत्री मरियम औरंगजेब को देख लंदन में चोरनी-चोरनी चिल्लाने लगे लोग

मरियम औरंगजेब

पाक की मंत्री मरियम औरंगजेब को देख लंदन में चोरनी-चोरनी चिल्लाने लगे लोग
पाकिस्तान के सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब को लंदन में एक कॉफी शॉप में विदेशी पाकिस्तानियों ने घेर लिया। इसके बाद लोगों ने चोरनी, चोरनी के नारे लगाए। इस पूरे मामले का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मंत्री को घेरकर खड़े लोगों को देखा जा सकता है। प्रदर्शनकारी पाकिस्तान में बाढ़ की तबाही के बीच विदेश यात्रा करने के लिए मंत्री की आलोचना कर रहे थे। मरियम औरंगजेब ने विदेशी नागरिकों के विरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और खुद को अपने मोबाइल फोन पर व्यस्त रखा। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, मरियम औरंगजेब को पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थकों ने एक दुकान में परेशान किया। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो का जवाब देते हुए मरियम ने कहा कि वे लोगों का रिएक्शन देखकर दुखी थीं। मैंने भीड़ में मौजूद हर किसी के सवालों का जवाब भी दिया। वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने मरियम औरंगजेब के संयम के लिए उनकी सराहना की है। वित्त मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि मैं अपनी बहन मरियम औरंगजेब को इस तरह के उत्पीड़न और बेबुनियाद झूठ (जिसे सुना जा सकता है लेकिन शुक्र है कि देखा नहीं जा सकता) के इस तरह के उत्पीड़न और निराधार झूठ के लिए उसकी संयम के लिए सलाम करता हूं। योजना मंत्री अहसान इकबाल ने इस घटना को पीटीआई गुंडों द्वारा सबसे निंदनीय, निंदनीय और शर्मनाक कृत्य करार दिया।

हमें नहीं चाहिए आपकी सुरक्षा… कहकर आजम खान और बेटे ने लौटाए सरकारी गनर
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान को योगी सरकार की पुलिस पर भरोसा नहीं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं। दरअसल, आजम खान और उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम ने उनकी सुरक्षा में में तैनात सरकारी गनर को लौटा दिया है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक आजम खान ने कहा है कि उन्हें सरकारी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। इसके बाद आजम और अब्दुल्ला की सुरक्षा में तैनात चार गनर रामपुर लौट आए हैं। इस मामले में एडिशनल एसपी संसार सिंह ने बताया कि विधायक आजम खान को वाई श्रेणी की सुरक्षा के तहत तीन गनर मुहैया करवाए गए थे। तीनों गनर रामपुर पुलिस लाइन पहुंचे और कहा कि 23 सितंबर को वे लोग सर गंगाराम अस्पताल दिल्ली में तैनात थे। जहां से उन्हें कहा गया कि तुम लोग वापस चले जाओं, हमें तुम्हारी जरूरत नहीं है। तीनों गनर लौट आए हैं। जब भी आजम खान सुरक्षा की मांग करेंगे उन्होंने गनर उपलब्ध करा दिया जाएगा।

हिंदू बनने के लिए धर्म बदलने की जरूरत नहीं, भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मेघालय के शिलॉन्ग में विशिष्ट नागरिक सम्मेलन को संबोधित किया। बैठक पारंपरिक खासी स्वागत के साथ शुरू हुई, जिसमें आरएसएस प्रमुख को पारंपरिक पोशाक पहनना शामिल था। उन्होंने कहा कि हिमालय के दक्षिण में, हिंद महासागर के उत्तर में और सिंधु नदी के तट के निवासियों को परंपरागत रूप से हिंदू कहा जाता है। इस्लाम का प्रसार करने वाले मुगलों और ईसाई धर्म का प्रसार करने वाले ब्रिटिश शासकों से भी पहले हिंदू अस्तित्व में थे। हिंदू धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। आरएसएस प्रमुख ने कहा, हिंदू शब्द उन सभी को शामिल करता है जो भारत माता के पुत्र हैं, भारतीय पूर्वजों के वंशज हैं और जो भारतीय संस्कृति के अनुसार रहते हैं। हिंदू बनने के लिए किसी को धर्म बदलने की जरूरत नहीं, क्योंकि भारत में हर कोई हिंदू है। हम हिंदू हैं, लेकिन हिंदू की कोई विशेष परिभाषा नहीं है, यह हमारी पहचान है। भारतीय और हिंदू दोनों शब्द पर्यायवाची हैं। भारत में रहने वाले सभी लोग पहचान के मामले में हिंदू हैं। यह एक भू-सांस्कृतिक पहचान है। भारत एक पश्चिमी अवधारणा वाला देश नहीं है।

शिवसेना का बीजेपी-शिंदे पर निशाना, कहा- कभी नहीं मिटेगा हमारा वजूद
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय लेख के जरिए शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को लेकर हाईकोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राज्य में न्याय और सत्य जिंदा है। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान का जिक्र करते हुए लिखा गया की कोई पार्टी कभी खत्म नहीं होती और शिवसेना भी कभी खत्म नहीं होगी। सामना के संपादकीय में कहा गया कि चार दिन पहले फडणवीस ने कहा था, मुझे खत्म करने के लिए शत्रुओं ने खूब प्रयास किए, लेकिन मैं खत्म नहीं हुआ। राजनीति में किसी का अंत नहीं होता। शिवसेना का भी वैसा ही है। पिछले 56 साल में शिवसेना को मिटाने के क्या कम प्रयास हुए? लेकिन शिवसेना हर बार नए जोश और तेज से सराबोर होकर ऊपर आई। लिहाजा पिछले दो-चार महीनों में फडणवीस और उनकी पार्टी ने शिवसेना को खत्म करने का जो प्रयास किया, जो साजिश रची गई, उससे शिवसेना खत्म हो जाएगी, इस भ्रम में वे न रहें।

Related Articles