बिच्छू राउंडअप/बांग्लादेश में तेल कीमतों में 52 फीसदी बढ़ोतरी के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग

  • नगीन बारकिया
 तेल कीमतों

बांग्लादेश में तेल कीमतों में 52 फीसदी बढ़ोतरी के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग
श्रीलंका के बाद अब बांग्लादेश भी आर्थिक संकट के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। यहां पेट्रोल की कीमत में 50 प्रतिशत की ऐतिहासिक बढ़ोतरी के खिलाफ गुस्साई जनता सड़कों पर उतर आई है। बढ़ती महंगाई के खिलाफ देश के कई शहरों में प्रदर्शन चल रहे हैं। इस बीच बांग्लादेश की राजधानी ढाका में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। दरअसल महंगाई के खिलाफ जब बांग्लादेश के लोगों का गुस्सा फूटा तो वहां की सड़कें धधकने लगीं। जैसे ही प्रदर्शनकारियों का सामना वहां की पुलिस से हुआ तो लोगों ने अपना आपा खो दिया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और पत्थरबाजों पर आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रदर्शनकारियों का गुस्सा और भड़क गया और उस वक्त उन्हें जो भी सामान हाथ में मिला पुलिस की तरफ फेंकने लगे। दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद ढाका को थोड़ी देर के लिए प्रदर्शनकारियों ने बंधक बना लिया। दरअसल बांग्लादेश में हिंसा तब भड़की जब वहां पेट्रोल डीजल की कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की गई।

शिवसेना पर किसका अधिकार? आज फैसला सुना सकता है सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट आज महाराष्ट्र के मामले में अगली सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट आज उद्धव और शिंदे गुट की याचिकाओं को विचार करने के लिए संविधान पीठ को भेजे जाने के मुद्दे पर फैसला सुना सकता है। दरअसल, पिछली सुनवाई में अदालत ने कहा था कि इस मामले में पांच जजों की संविधान पीठ गठित की जा सकती है। बता दें कि शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका दायर की है। इसके अलावा राज्यपाल द्वारा शिंदे को सरकार बनाने का न्योता दिए जाने को भी चुनौती दी गई है। शिंदे और उद्धव गुट ने चुनाव चिन्ह धनुष-बाण पर दावा करते हुए भी चुनाव आयोग के सामने आवेदन कर रखा है। शिवसेना पर दावे को लेकर पिछली सुनवाई में अदालत ने उद्धव गुट को राहत दी थी। कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि वह फिलहाल एकनाथ शिंदे गुट की असली शिव सेना का दावा करते हुए पार्टी चुनाव चिह्न मांगने वाली अर्जी पर कोई कार्रवाई न करे।

दुनिया का पहला तैरता शहर.. जहां घर-शॉप्स-रेस्टोरेंट सब पानी पर होंगे
पहले प्राचीन, फिर मध्यकालीन, फिर मॉडर्न और अब उससे भी आगे अल्ट्रामॉडर्न युग की ओर बढ़ रहे इंसान की फ्यूचर लाइफ कैसी होगी? इसे अगर जानना है तो आपको साइंस, टेक्नोलॉजी, डिजाइनिंग, आर्किटेक्ट, सिटी प्लानिंग आदि की दुनिया में हो रहे बदलावों को देखना होगा। हमने आपको अंडरग्राउंड सिटी, अंडरवॉटर सिटी, अंतरिक्ष टूरिज्म, माइक्रोनेशंस की दुनिया के बारे में बताया। ये सब वे जगहें हैं जहां जाना या देखना हम जैसे लोगों का सपना है। खासकर टूरिस्ट दुनिया के उन इलाकों में जाना पसंद करते हैं जो कुछ अलग हटकर जीवन का मजा देती हैं। आज हम आपको बताएंगे दुनिया की पहली फ्लोटिंग सिटी के बारे में जहां सबकुछ पानी के ऊपर तैरता हुआ होगा। पानी पर बस रहे इस शहर में आप और हम जैसे लोग घर भी बसा सकेंगे, अपने रोज के काम कर सकेंगे और घूमने-फिरने का भी पूरा मजा ले सकेंगे।

गाड़ी के पार्ट्स को कराया मॉडिफाई तो कटेगा भारी चालान
अगर आप अपनी कार को मॉडिफाई कराना चाह रहे हैं तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि कार के बहुत सारे ऐसे पार्ट्स हैं, जिन्हें मॉडिफाई कराने पर आपका चालान कट सकता है। ऐसे में अगर मॉडिफाई कराते वक्त आपको यह जानकारी नहीं होगी कि कार के पार्ट्स जैसे ग्लास, हार्न,  साइलेंसर,  नंबर,  प्लेट को मॉडिफाई कराना अवैध है तो भविष्य में आपको चालान का सामना करना पड़ सकता है। यातायात पुलिस जहां भी आपकी कार को देखेगी, वहीं रोक लेगी और यातायात नियमों का उल्लंघन करने के मामले में आपका चालान काट देगी। ऐसे में चलिए आपको कार के कुछ ऐसे पार्ट्स के बारे में बताते हैं, जिन्हें आपको मॉडिफाई नहीं कराना चाहिए। एक समय पर कार के शीशों को टिंटेड कराने का फैशन सा चल गया था लेकिन अब ऐसा संभव नहीं है क्योंकि ऐसा कराना अपराध है। अगर आप अपनी कार के शीशों को टिंटेड कराने की सोच रहे हैं, तो तुरंत रुक जाएं वरना आपका चालान कटना तय है। हालांकि, कार के पीछे के शीशे की विजिबिलिटी कम से कम 75% होनी चाहिए और साइड ग्लास की कम से कम 50% होनी अनिवार्य है।

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