बिच्छू राउंडअप/अपने घर पर फहराएं राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा अभियान को बनाएं मजबूत: पीएम मोदी

  • नगीन बारकिया/बिच्छू डॉट कॉम।
नरेंद्र मोदी

अपने घर पर फहराएं राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा अभियान को बनाएं मजबूत: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने-अपने घरों में राष्ट्रध्वज फहराकर हर घर तिरंगा मुहिम को मजबूत करने की शुक्रवार को अपील की। पीएम मोदी ने ट्वीट के जरिए कहा कि यह मुहिम तिरंगे के साथ हमारे जुड़ाव को गहरा करेगी। उन्होंने उल्लेख किया कि 22 जुलाई, 1947 को ही तिरंगे को राष्ट्रध्वज के रूप में अपनाया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, हम आज उन सभी लोगों के साहस और प्रयासों को याद करते हैं, जिन्होंने उस समय स्वतंत्र भारत के लिए एक ध्वज का स्वप्न देखा था, जब हम औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ रहे थे। हम उनके सपने को पूरा करने और उनके सपनों के भारत का निर्माण करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। उन्होंने कहा, इस साल, जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो आइए हर घर तिरंगा आंदोलन को मजबूत करें। 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने घरों में तिरंगा फहराएं या प्रदर्शित करें। यह मुहिम राष्ट्रध्वज के साथ अपने जुड़ाव को गहरा करेगी। पीएम मोदी ने तिरंगे को राष्ट्रध्वज के रूप में अपनाने संबंधी आधिकारिक संवाद की जानकारी भी ट्विटर पर साझा की।

सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट घोषित, 94.54 छात्राएं, 91.25 छात्र पास
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड  ने छात्रों के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए रिजल्ट जारी कर दिया है। छात्र डिजिलॉकर से रिजल्ट चेक कर सकते हैं। इस बार भी छात्राओं ने बाजी मारी है। परीक्षा में  94.54 छात्राएं और 91.25 छात्र पास हुए हैं। बता दें सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट को लेकर छात्र लंबे समय से अनश्चितिता की स्थिति से जूझ रहे थे। परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2021 में आयोजित सीबीएसई टर्म 1 बोर्ड परीक्षा फॉर्मेट में हुई थी। इस परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न आए थे। वहीं, टर्म 2 परीक्षा में डिस्क्रिप्टिव और केस-आधारित प्रश्न पूछे गए थे। बोर्ड ने टर्म 1 के रिजल्ट में केवल छात्रों को पास, फेल या एसेंशियल रिपीट की जानकारी दी थी। वहीं परीक्षा के फाइनल रिजल्ट अब टर्म 2 रिजल्ट के साथ जारी हुए हैं।

पृथ्वी और सौरमंडल के बाहर जीवन की खोज करेगा नासा
पृथ्वी और सौरमंडल के बाहर जीवन की खोज कई कारणों से बहुत मुश्किल है। इसके लिए सुदूर पिंडों से आने वाले तमाम तरह के विकिरणों का अध्ययन करना होता है। जहां कुछ तरह की तरंगों वाले टेलीस्कोप पृथ्वी पर काम कर पाते हैं तो कुछ अंतरिक्ष में ज्यादा बेहतर साबित होते हैं। अभी तक दो अलग अलग टेलीस्कोप के आंकड़ों के मिला कर तो अध्ययन होते रहे हैं, लेकिन नासा के वैज्ञानिकों ने अब नया तरीका अपनाते हुए पृथ्वी और अंतरिक्ष के उपकरणों को मिला कर एक संयुक्त वेधशाला के रूप में उपयोग कर पृथ्वी के बाहर जीवन खोजने का इरादा किया है। खगोलीय पिंडों से आने वाली तरंगें विद्युतचुंबकीय तरंगें होती हैं जिसमें इसमें दृश्य प्रकाश सहित रेडियो तंरगों से लेकर एक्स रे विकिरण तक से संकेतों का अध्ययन करना होता है जिसके लिए अलग अलग उपकरण तक लगते हैं। जैसे हबल स्पेस टेलीस्कोप दृश्य प्रकाशीय तरंगों के साथ पराबैंगनी किरणों को पकड़ पाता है तो वहीं जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप विशेष तौर पर इंफ्रारेड तरंगों को पकड़ने के लिए बना है। जेम्स वेब टेलीस्कोप के काम शुरू करने से वैज्ञानिकों में अब पृथ्वी के बार जीवन जीवन की तलाश में एक नया उत्साह आया है।

सरकार आयात करने जा रही 7.6 करोड़ टन कोयला, महंगाई में होगा और इजाफा
देश में बेतहाशा बढ़ती महंगाई के बीच अब बिजली का झटका भी लग सकता है। भीषण गर्मी में बढ़ी बिजली की मांग पूरी करने के लिए सरकार 7.6 करोड़ टन कोयला आयात करने की तैयारी में है। दरअसल, देश के पावर प्लांट के पास घरेलू खदानों से आए कोयले की कमी हो गई है और मांग के अनुरूप बिजली का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। माना जा रहा है कि मानसून की बारिश की वजह से अगस्त और सितंबर में कोयले का उत्पादन और प्रभावित होगा। ऐसे में मांग को पूरा करने के लिए सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड करीब 1.5 करोड़ टन कोयले का आयात करेगी। इसके अलावा देश में बिजली उत्पादन की सबसे बड़ी कंपनी एनटीपीसी और दामोदर वैली कॉरपोरेशन भी करीब 2.3 करोड़ टन कोयले के आयात की योजना बना रही है। साथ ही अन्य सरकार और निजी बिजली उत्पादन कंपनियां भी अपनी खपत पूरी करने के लिए 3.8 करोड़ टन कोयले का आयात कर सकती हैं। इस तरह साल 2022 में ही देश में करीब 7.6 करोड़ टन कोयले का आयात होगा, जो ग्लोबल मार्केट के रेट पर होना है।

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