- कांग्रेस व भाजपा दोनों को ही करना पड़ रहा है इस चुनौति का सामना
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। पहले चरण के मतदान के बाद अब नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज मतदान जारी है, लेकिन इसमें भी इन दोनों ही दलों को विपक्ष से अधिक अपने ही चुनौती बने हुए हैं। दरअसल यह वे कार्यकर्ता हैं, जो बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे हैं। इनको लेकर दोनों पार्टियां भी असमंजस में बनी हुई हैं। शुरुआत में कुछ बागियों को लेकर सख्त रुख अपनाने वाली भाजपा व कांग्रेस अब भी इन बागियों को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं ले पा रही हैं। दरअसल कुछ बागी तो इतने प्रभावशाली हैं की वे चुनाव में जीत भी दर्ज करने की स्थिति में बने हुए हैं। इस बार टिकट वितरण में स्थानीय अति प्रभावशाली नेताओं व विधायकों ने मिलकर जनता के बीच प्रभावशाली कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर अपने चहेते कार्यकर्ताओं को मनमाने जरीके से टिकट दिलवाकर उन्हें जमकर उपकृत करने का काम किया है। यही वजह है की मतदान के दिन भी बागियों की वजह से भाजपा और कांग्रेस का टेंशन बढ़ा हुआ साफ दिख रहा है।
प्रदेश में दो चरणों में हो रहे निकाय चुनाव के पहले चरण में 11 नगरनिगमों के बाद आज बुधवार को दूसरे चरण में पांच नगर निगमों में मेयर और पार्षद के लिए मतदान जारी है। इन पांच में रीवा, कटनी, मुरैना, देवास और रतलाम में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है पर रतलाम और कटनी में बागी भाजपा के लिए तो रतलाम में कांग्रेस के लिए मुसीबत बने हुए हैं। यह हालात तब बने हुए हैं जबकि इन सभी शहरों में भाजपा के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के लिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने जमकर चुनाव प्रचार किया है। यही नहीं कई अन्य बड़े नेता भी चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे हैं और पूर्व मंत्रियों को चुनावी प्रबंधन का जिम्मा दिया गया था। मुकाबला कितना करीबी है इससे ही समझा जा सकता है की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को इन शहरों में दो- दो बार तक जाना पड़ा है, जबकि प्रदेश संगठन ने दूसरे चरण के मतदान के लिए सांसद, विधायक और जिलाध्यक्षों तक को न केवल लगा रखा था , बल्कि उनसे यहां तक कहा गया है की वे हर हाल में अधिक मतदान कराने पर फोकस करें। अगर पांच महापौर प्रत्याशी वाले शहरों पर नजर डालें तो मुरैना में भाजपा की महापौर प्रत्याशी मीना- मुकेश जाटव और कांग्रेस प्रत्याशी शारदा सोलंकी के बीच कड़ी टक्कर है। बीजेपी के लिए यह सीट प्रतिष्ठा विषय बन गई है। इसलिए यहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कमान संभाल रखी है। उनके अलावा इस शहर में श्रीमंत भी प्रचार करने आ चुके हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के लिए कमलनाथ प्रचार करने गए थे। नाथ के अलावा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह भी लगातार सक्रिय रह चुके हैं। इस शहर में महापौर के लिए मुरैना में चार प्रत्याशी मैदान में हैं। इस सीट पर बसपा भी जोर मारती दिख रही है।
रीवा में सीधा मुकाबला
विंध्य अंचल के तीसरे सबसे बड़े शहर रीवा को वैस्ो तो भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां पर बीते ढाई दशक से भाजपा का ही महापौर बनता रहा है , लेकिन इस बार यहां पर कड़ा मुकाबला बना हुआ है। इस सीट पर इस बार कांग्रेस ने बेहद मजबूत प्रत्याशी उतारकर पेंच फंसा दिया है। यही वजह है की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा में प्रचार करने दो बार गए। यहां पर दोनों ही दलों में आमने -सामने बेहद कड़ा मुकाबला बना हुआ है। भाजपा प्रत्याशी प्रबोध व्यास के लिए कांग्रेस के जमीनी नेता अजय मिश्रा बाबा चुनौती बने हुए हैं। इसके अलावा यहां पर आम आदमी पार्टी ने दीपक सिंह, बहुजन समाज पार्टी ने जय प्रकाश, समाजवादी पार्टी ने चिकित्सामणि गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। यह प्रत्याशी महज मत काटने वाले ही साबित होने की संभावना है।
देवास में निर्दलीय पड़ रहीं भारी
भाजपा के गढ़ वाली देवास माहापौर सीट पर भाजपा प्रत्याशी गीता अग्रवाल और कांग्रेस की विनोदनी व्यास पर निर्दलीय प्रत्याशी मनीषा चौधरी भी पड़ती नजर आ रही हैं। इस वजह से यहां पर त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है। मनीषा की वजह से भाजपा को कम और कांग्रेस को अधिक नुकसान हो रहा है। मनीषा कांग्रेस महासचिव शिवा चौधरी की बहू हैं। देवास में कुल आधा दजर्न उम्मीदवार महापौर पद के लिए मैदान में हैं। यहां भी आम आदमी पार्टी से चाना ज्ञानेश, बीसीपी से निकिता सूर्यवंशी भी मैदान में हैं।
रतलाम में भाजपा अपने ही बागी से परेशान
रतलाम में भी बीजेपी के प्रहलाद पटेल और कांग्रेस के मयंक जाट के बीच सीधा मुकाबला बना हुआ है , लेकिन भाजपा प्रत्याशी पटेल के लिए पार्टी के ही बागी प्रत्याशी अरुण राव के मैदान में होने से इस चुनावी मुकाबले को अधिक कठिन माना जा रहा है। इसके अलावा भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद पटेल के वायरल वीडियो ने भी नई चुनौती खड़ी कर दी है। आम आदमी पार्टी के अनवर खान, समाजवादी पार्टी की आफरीन खान, नेशनलिस्ट पार्टी के जहीरूद्दीन सहित 7 उम्मीदवार मैदान में हैं।
कटनी में सूरी बन रहे मुसीबत
कटनी नगर निगम के महापौर पद के लिए एक दर्जन प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। यहां भी बीजेपी की ज्योति दीक्षित और कांग्रेस की रौनक खंडेलवाल के बीच सीधा मुकाबला है , लेकिन भाजपा के लिए बागी प्रत्याशी प्रीति सूरी ने परेशानी खड़ी की हुई है। अपना नामांकन फॉर्म जमा करते समय सूरी ने भीड़ जुटाकर अपना प्रभाव दिखा दिया था। इस सीट पर आम आदमी पार्टी से शशि प्रभा तिवारी, बहुजन समाजवादी पार्टी से अंजलि, समाजवादी पार्टी से अनीता को प्रत्याशी बनाया हुआ है।