बिच्छू डॉट कॉम। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने धर्म के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाए कि बनर्जी हिंदू धर्म और इस्लाम को भ्रष्ट कर रही हैं। इधर, बंगाल भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ भी मोर्चा खोल रखा है। पार्टी सांसद की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। मंगलवार को घोष ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘हमारा कहना है दूसरे धर्मों का सम्मान करो अपने का पालन करो। लेकिन हम यहां विपरीत स्थिति देख र हे हैं। हमारी मुख्यमंत्री हिंदू ब्राह्मण परिवार से आती हैं, लेकिन वह नमाज पढ़ती हैं और रोजा रखती हैं। कभी-कभी वह खाना खाने के बाद इफ्तार पार्टियों में जाती हैं। वह इस तरह से इस्लाम और हिंदू धर्म दोनों को भ्रष्ट कर रही हैं।’
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान को लेकर उन्होंने कहा, ‘उनके बयान के बाद कितने लोगों की मौत हुई? मुझे नहीं पता, लेकिन आजादी से पहले दंगे हुए थे और सैकड़ों लोग मारे गए थे। भाजपा और नूपुर शर्मा वहां नहीं थे। दुनिया उस विचारधारा के बारे में बात करने से डरती है, जो इस हिंसा के पीछे है।’ भाजपा नेता ने कहा, ‘अगर आपको लगता है कि नूपुर शर्मा ने जो कहा है वह गलत है, तो आओ और बहस करो, जनता के सामने टीवी पर अपना तर्क दो। तर्कों पर बात करने के बजाए आप तलवारें निकाल रहे हैं।’ पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख सुकांत मजूमदार ने टीएमसी सांसद मोइत्रा की गिरफ्तारी और कुछ दिनों के लिए पार्टी से निष्कासन की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘टीएमसी महुआ मोइत्रा के बयानों से खुद को अलग नहीं कर सकती। अगर टीएमसी वाकई इसका समर्थन नहीं करती है, तो उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए। पार्टी को उन्हें निष्कासित करना चाहिए या कुछ दिनों के लिए बाहर कर देना चाहिए।’
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बोबाजार पुलिस स्टेशन पर जुटकर टीएमसी सांसद की गिरफ्तारी की मांग की है। बयान के कुछ घंटों के बाद ही टीएमसी ने इससे पल्ला झाड़ लिया था। मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि उनके लिए काली मांस का सेवन करने वाली और शराब को स्वीकार करने वाली हैं। उन्होंने कहा था, ‘जब आप सिक्किम जाएंगे तो आपके देखेंगे कि वे देवी काली को व्हिस्की चढ़ाते हैं। लेकिन अगर आप उत्तर प्रदेश जाएंगे और अगर आप कहेंगे कि आप प्रसाद के तौर पर देवी को व्हिस्की चढ़ाते हैं, तो वे इसे ईश निंदा कहेंगे।’ उन्होंने कहा था, ‘हिंदू धर्म के तहत काली की उपासक होने के नाते मुझे मेरी काली की कल्पना उस तरह से करने की आजादी है… यह मेरी आजादी है मैं नहींं सोचती कि किसी की भावनाओं को आहत होना चाहिए।’ हालांकि, टीएमसी सांसद ने मंगलवार को यह भी साफ किया कि उन्होंने किसी पोस्टर का समर्थन नहींं किया है।