- भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ ही स्थानीय नेताओं ने संभाला मोर्चा
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा की ओर से सत्ता, संगठन और संघ ने पूरी तरह मोर्चा संभाल लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही केंद्रीय और प्रदेश के मंत्रियों ने भी क्षेत्रवार जिम्मेदारी संभाल ली है। भाजपा की पूरी कोशिश है की वह सभी 16 नगर निगमों के साथ ही अन्य निकायों में अपना परचम लहराए। इसके लिए पार्टी पूरीनिकाय चुनाव तरह मोर्चे पर सक्रिय हो गई है।
भाजपा का निकाय चुनाव में फामूर्ला है ही दिग्गज नेता पूरे प्रदेश में सक्रिय रहें, वहीं अन्य नेता क्षेत्रवार जिम्मेदारी पर काम करें। इसके तहत विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड के बड़े शहरों के दौरे कर चुके प्रदेश भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेताओं का फोकस अब मालवा निमाड़ पर शुरु हो गया है। पार्टी इस क्षेत्र से कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के चुनाव मैदान में एक्टिव न होने की सूचना के बाद सक्रिय हुई है। उधर ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में नगरीय निकायों में जीत के लिए जोर लगाने का जिम्मा वहां के प्रभारी मंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को सौंपा गया है।
शिकायतों के बाद बनीं नए सिरे से रणनीति
प्रदेश भाजपा संगठन के पास लगातार शिकायतें पहुंच रही है कि प्रत्याशियों के प्रति स्थानीय नेता सक्रिय नहीं हो रहे हैं। भाजपा को यह शिकायत मिली थी कि इंदौर में वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के साथ अपेक्षा के अनुरूप एक्टिव नहीं हैं। इसके बाद रीवा से लौटे प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा 24 घंटे पहले ही इंदौर पहुंचे हैं और वहां संगठन नेताओं व पदाधिकारियों के साथ बैठकें कर सभी को एक्टिव किया है। इसके बाद अब सीएम शिवराज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इंदौर में नेताओं को सक्रिय करने बैठकें करने वाले हैं। इसी तरह खंडवा और बुरहानपुर के कैंडिडेट्स को भी शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा की बड़ी बैठकों और सभाओं का इंतजार है। चुनाव प्रबंधन समितियां इसके लिए वार्डों और सेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश संगठन को जानकारी भेज रहे हैं।
मुख्यमंत्री सभी मार्चे पर सक्रिय
सीएम शिवराज रविवार को ग्वालियर में सभाएं और रोड शो के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने ग्वालियर में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर सभी से एकजुट होकर काम करने को कहा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भी समर्थकों और महापौर प्रत्याशियों की जीत के लिए ग्वालियर चंबल में अधिक से अधिक समय देने के लिए कहा गया है ताकि चुनाव में पार्टी कहीं से कमजोर न साबित हो सके। साथ ही मंत्रियों की टीम भी लगाई गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा इंदौर के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के नामांकन के दिन इंदौर पहुंचे थे। इसके बाद अब करीब एक हफ्ते के उपरांत दोनों ही नेता फिर यहां पहुंचने वाले हैं। सीएम चौहान ने खंडवा और बुरहानपुर नगर निगम के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा और रैली भी की।
बागियों के खिलाफ एक्शन मोड़ में भाजपा
भाजपा अब पार्टी के बगावती कार्यकर्ताओं और नेताओं पर एक्शन को लेकर सख्त हो गई है। प्रदेश संगठन ने इसके लिए सभी जिला अध्यक्षों को फिर कहा है कि अब सभी तरह की रियायत और समय सीमा खत्म हो चुकी है। इसलिए जिन कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पार्टी प्रत्याशी के विरुद्ध महापौर पद के साथ पार्षद पद के चुनाव में भी नामांकन भरा है, उनकी पूरी रिपोर्ट भेजें। यह रिपोर्ट पांच इसी माह भेजने के लिए कहा गया है ताकि बगावती नेताओं को लेकर पार्टी का साफ संदेश कार्यकर्ताओं तक पहुंच सके। हालांकि कई जिला अध्यक्ष प्रत्याशियों के साथ प्रचार और चुनाव प्रबंधन समिति की बैठकों व रणनीति के चलते इस पर त्वरित एक्शन की रिपोर्ट भेजने को लेकर गंभीर नहीं हैं। कई जिलाध्यक्षों की जानकारी में तो यह भी नहीं है कि वास्तव में कितने कार्यकर्ताओं ने पार्टी कैंडिडेट के विरुद्ध नामांकन भरा है और खिलाफत कर रहे हैं।