बागेश्वर धाम गद्दी की लड़ाई में कूदे पंडोखर महाराज

बागेश्वर धाम

– धीरेन्द्र शास्त्री पर छल पूर्वक बागेश्वर धाम की गद्दी हथियाने का आरोप
– धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ उनके ताऊ की तरफ से मोर्चा संभाला  पं. गुरुशरण महाराज ने
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम।
इप दिनों  देश ही नहीं विदेशों में भी  तेजी से बेहद लोकप्रिय हो रहे मप्र के बुंदेलखंड अंचल के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र शास्त्री रामकथा करने व दरबार सजाने के लिए  लंदन रवाना  क्या हुए  उनके ताऊ ने पंडोखर धाम पहुंचकर पं. धीरेन्द्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई के लिए पंडोखर धाम के पीठाधीश्वर पं. गुरुशरण महाराज से मदद मांग ली है। धीरेन्द्र शास्त्री पर छल पूर्वक बागेश्वर धाम की गद्दी हथियाने का आरोप लगाया गया है। पंडोखर महाराज ने बागेश्वर धाम का असली पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री के चचेरे भाई देवेंद्र शास्त्री को घोषित करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
गौरतलब है कि इस समय मध्य प्रदेश के पं. प्रदीप मिश्रा व बागेश्वर धाम के धीरेंद्र महाराज की देश-विदेश में धूम मची हुई है। आलम यह है कि  नेताओं में इनकी कथा कराने के लिए होड़ सी मची हुई है और कथा सुनने के लिए लाखों भक्तों की भीड़ भी उमड़ रही है।  सभी भक्त अपनी परेशानियों को लेकर दरबार में समाधान की आस और आशीर्वाद के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं। प्रदीप मिश्रा जहां अपने रूद्राक्ष और विल्ब पत्र का मंत्र देकर चर्चा में ज्यादा आए थे, वहीं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपनी रामकथा को लेकर चर्चित हैं। उनकी कथा बड़े नेता ज्यादा कराते हैं। तेजी से लोकप्रिय हो रहे छतरपुर के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के परिवार में अब कलह सामने आ रही है।
दोनों संतों में टकराव बढ़ने की संभावना
इस घटना के बाद से दतिया से छतरपुर तक इन दोनों संतों में टकराव की संभावना बढ़ गई है। दोनों संतों के समर्थक भी सक्रिय हो गये हैं। यह सही है कि फिलहाल धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थक बड़ी संख्या में हैं। सोशल मीडिया पर बागेश्वर महाराज के भक्त पंडोखर महाराज को जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री जिस तरह पर्चा बनाकर लोगों की समस्याएं बताते हैं, ठीक उसी तरह पंडोखर महाराज भी दरबार लगाकर लोगों के मन की बात जाने लेते हैं और समस्या का समाधान बताते हैं। पंडोखर महाराज ने धीरेंद्र शास्त्री के ताऊ से कहा है कि आपका बेटा असली है, इसलिए उसका दरबार शुरू कराओ, वह घूरे पर बैठकर भी दरबार लगाएगा, तो भी सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री ने काशी में ब्रह्मलीन संत सेतुलाल महाराज की आत्मा को सिद्ध कर लिया है। तंत्र विद्या से यदि सेतुलाल महाराज की आत्मा को काशी में ही स्थान मिल जाए, तो धीरेंद्र शास्त्री की शक्ति समाप्त हो जाएगी। पंडोखर महाराज ने कहा कि काशी में तंत्र मंत्र के लिए वे मदद को तैयार हैं। इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई यदि दरबार शुरू करते हैं, तो वे उनकी मदद को छतरपुर आने तैयार हैं।
बिन बोले जान लेते है मन की बात
छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम पर धीरेंद्र शास्त्री का दरबार काफी चर्चित है। वे धाम पर आने वालों की मन बात जान लेते हैं और उनकी समस्या पहले से बता देते हैं। वे समस्या का समाधान भी बताते हैं। भूत-प्रेत की बाधा भी दूर करते हैं। देश भर से बड़ी संख्या में भक्त प्रतिदिन उनके दरबार में पहुंचते हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने पिछले कुछ दिनों से बागेश्वर धाम के बाहर रामकथा भी शुरू कर दी है। दमोह, बीना और इंदौर में उनकी कथा में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे। वे एक जून को कथा करने और दरबार लगाने लंदन गए हुए हैं।
धीरेंद्र शास्त्री के लंदन जाते ही गद्दी की जंग तेज हुई
धीरेंद्र शास्त्री एक जून को कथा करने और दरबार लगाने लंदन गए हुए हैं। इधर उनके सगे ताऊ अपने बेटे पं. देवेन्द्र शास्त्री गर्ग के साथ दतिया जिले के पंडोखर धाम पहुंचे, जहां उन्होंने बागेश्वर धाम का असली उत्तराधिकारी अपने बेटे देवेन्द्र को बताते हुए पंडोखर महाराज से मदद की गुहार लगाई। पंडोखर महाराज ने भी सार्वजनिक रूप से पं. धीरेन्द्र शास्त्री को असत्य व छलिया बताते हुए देवेन्द्र शास्त्री को असली पीठाधीश्वर बताते हुए बागेश्वर धाम को वापस पाने काशी में कुछ तंत्र क्रियायें करने का सुझाव दिया है। यहां बता दें कि धीरेन्द्र शास्त्री जिस तरह पर्चा बनाकर लोगों की समस्यायें बताते हैं, ठीक उसी तरह पंडोखर महाराज भी दरबार लगाकर लोगों के मन की बातें बताने और समस्या का समाधान बताते हैं।

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