भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा होने के साथ ही अब राजनैतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। भाजपा व कांग्रेस दल तो नगर सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा ही रहे हैं, लेकिन इस मामले में छोटे व क्षेत्रीय दल भी पीछे नहीं रहना चाहते हैं। यही वजह है कि मतदाताओं को रिझाने और उनका भरोसा जीतने के लिए कई तरह के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसके लिए भाजपा व कांग्रेस ने अलग-अलग स्तर पर वादे व दावे करने की तैयारी की है। भाजपा जहां निकायवार घोषणा पत्र जारी करने जा रही है तो वहीं कांग्रेस ने जिले स्तर पर अपना वचन पत्र जारी करने का पहले ही निर्णय कर लिया था।
दरअसल, पार्टियां जानती हैं की नगर निगमों में जीत के लिए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में घोषणा पत्र सबसे अहम साबित हो सकता है। इसी वजह से अब भाजपा ने तय किया है की वह नगर निगम स्तर पर घोषणा- पत्र जारी करेगी। इसके अलावा एक अन्य घोषणा पत्र प्रदेश स्तर से भी जारी किया जाएगा, जिसमें पूरे प्रदेश को समाहित किया जाएगा। कांग्रेस घोषणा-पत्र की बजाय विधानसभा चुनाव की तरह ही वचन-पत्र जारी करेगी। इसी तरह से सपाक्स ने भी वचन देने की तैयारी की है। इसके अलावा कई प्रत्याशियों ने भी अपने स्तर पर वादे व दावों को लेकर तैयारी कर रखी है। कांग्रेस ने अपने जिलाध्यक्षों को पहले ही निर्देशित कर दिया है कि वे जिला स्तर पर वचन-पत्र तैयार करें और इसे जिला स्तर पर जारी ही किया जाए। नगर निगम स्तर पर वचन पत्र होगा। कांग्रेस का प्रदेश स्तर पर वचन-पत्र जारी करने का अब तक कोई संकेत नही है।
आप करेगी राहत देने का वादा
जहां दोनों बड़े दल शहर को सुंदर बनाने, आमजन को सुविधाएं उपलब्ध कराने पर फोकस कर रहे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी ने इससे हटकर लोगों को राहत देने पर फोकस किया है। आप की ओर से वादा किया जा रहा है कि यदि उसकी नगर सरकार बनती है तो प्रॉपर्टी टैक्स माफ होगा, कमर्शियल टैक्स हाफ किया जाएगा। टैक्स की मार झेल रहे आमजन के लिए यह सबसे बड़ी राहत होगी। उधर, निकाय चुनाव में सपाक्स पार्टी भी प्रत्याशी उतारने जा रही है। इसके लिए उसमें घोषणा पत्र पर मंथन किया जा रहा है। सपाक्स का दावा है की पार्टी पूरे प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव लड़ेगी। जल्द ही घोषणा पत्र जारी किया जाएगा, जो सभी दलों से हटकर और जनता की इच्छा के अनुरूप होगा। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. वीणा घाणेकर के मुताबिक, नगरीय निकायों में उनकी पार्टी का जोर सुशासन पर होगा। जनता की समस्याओं का तत्काल निराकरण हो और निकायों के काम भ्रष्टाचार से मुक्त हों, यह हमारा मिशन होगा।
कांग्रेस पहले ही गठित कर चुकी है समिति
वैसे तो कांग्रेस संगठन ने मध्य प्रदेश में साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए वचन पत्र समिति का गठन किया था , लेकिन अब निकाय चुनाव आ जाने की वजह से इसी समिति को ही निकाय चुनाव के लिए वचन पत्र का काम भी करने का दायित्व दिया गया है। इसका फायदा यह होगा की पार्टी को विधानसभा चुनाव के समय प्रदेश स्तर के साथ साथ स्थानीय मुद्दों और मांगों के आधार पर प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग वचन पत्र (घोषणा पत्र) जारी करने के लिए अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। इसकी वजह है की कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए पहले ही जिला स्तर पर वचन पत्र जारी करने का तय कर चुकी है।
05/06/2022
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