बिच्छू डॉट कॉम। भारत-रूस की वर्षों पुरानी दोस्ती को अमेरिका भी मान रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कहा है कि नई दिल्ली और मास्को की दोस्ती लगातार बढ़ी। यह इसलिए संभव हो सकता कि अमेरिका ने पहले यह समय गंवा दिया। उन्होंने बुधवार को सांसदों से कहा, “भारत के मामले में दशकों पुराना एक रिश्ता है। भारत के लिए रूस अनिवार्य रूप से पसंदीदा पार्टनर था। हम उस समय पार्टनर बनने की की स्थिति में नहीं थे।” ब्लिंकन ने कहा, “अब हम भारत से अपनी प्रगाढ़ साझेदारी के लिए प्रयास कर रहे हैं। मुझे लगता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ रही है।”
आपको बता दें कि सीनेटर विलियम हैगर्टी हेगर्टी ने भारत-अमेरिका संबंधों पर ब्लिंकन के विचार मांगे थे। हेगर्टी ने कहा, “आज जो कुछ भी मैं हमारे सामने देखता हूं वह कुछ ऐसा है जिसे देखकर मुझे थोड़े समय के लिए बहुत निराशा होती है। हमारे बीच मतभेद दिखते हैं, जिससे आप हर दिन निपटते हैं।” उन्होंने कहा, “भारत के साथ हमारी जो रणनीतिक साझेदारी है वह 21वीं सदी में और अधिक अच्छा करने का अवसर प्रदान करती है।”
ब्लिंकन ने जवाब में कहा कि वह सीनेटर द्वारा साझा किए गए दृष्टिकोण का काफी हद तक समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण और मूलभूत साझेदारी एक होने की क्षमता है, जिसे हम अगले दशकों में आगे बढ़ा रहे हैं।” ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत के नेतृत्व के साथ सीधे जुड़ने में काफी समय बिताया है। उन्होंने कहा, “हमने क्वाड को सक्रिय किया है जो भारत को ऑस्ट्रेलिया, जापान और हमारे साथ लाता है। यह भारत के साथ विभिन्न मोर्चों पर हमारे सहयोग को मजबूत करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण वाहन रहा है।”