- प्रणव बजाज
वीडी ने पीके को लेकर कसा कांग्रेस पर तंज
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि मप्र में प्रशांत किशोर के आने से कोई अंतर नहीं प ड़ने वाला है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा िक यहां पर पीके आएं या खा कर आएं कोई चिंता नहीं है। मप्र आगे बढ़ रहा है और आगे बढ़ेगा। यह तंज उनके द्वारा बूथ विस्तारक और साइबर योद्धाओं के प्रशिक्षण की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान कसा गया। उन्होंने कहा कि बूथ विस्तारक योजना में प्रत्येक बूथ को डिजिटल बनाने का काम पार्टी ने शुरू किया था। इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री हितानंद भी शामिल रहे। बैठक में सायबर योद्धा तथा बूथ विस्तारकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बूथ विस्तारक योजना में प्रत्येक बूथ को डिजिटल बनाने का काम पार्टी ने शुरू किया था, जिस पर अब तेजी से काम किया जा रहा है।
भाजपाई नेता के रिश्तेदार पर दर्ज हो मामला, लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अशोक नगर के अपर कलेक्टर की जांच में सहकारी उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष, प्रबंधक और संचालक मंडल के दोषी पाए जाने के मामले में पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है की राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस एफआईआर नहीं कर रही है। इस संबंध में उनके द्वारा डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना को पत्र भी लिखा गया है। पत्र की प्रति खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव और एसपी अशोक नगर को भी भेजी गई है। दिग्विजय ने पत्र में लिखा कि अशोक नगर जिले में लगातार घोटाले सामने आ रहे हैं। इस कड़ी में एक नया मामला भी सामने आया है। जिला आपूर्ति अधिकारी की जांच में फर्जी उपभोक्ता भंडार संचालित किए जाने का मामला सामने आया है। इसी तरह के एक मामले में सत्ताधारी राजनैतिक दल के पदाधिकारी के रिश्तेदार होने के नाते प्रकरण में एफआईआर होने के बावजूद खात्मा लगाकर मामले को दबा दिया गया था।
मोहतरमा के अरमानों पर फिर गया पानी
बीते दिनों राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में एक सरकारी आयोजन किया गया था। जिसमें प्रदेश के कई सरकार के और शासन के बड़े चेहरे भी शामिल हुए थे। इस आयोजन में भारी भीड़ देखकर विभाग की एक आला महिला अफसर ने अपनी छवि चमकाने का मौका तलाश लिया ,लेकिन ऐसा कुछ हो गया की उनकी पूरी मेहनत पर ही पानी फिर गया। आयोजन के समय जब विभाग के अफसरान शांत बैठे हुए थे ,तभी उक्त मोहतरमा लगातार सभागार में चहलकदमी कर ये दिखाती रहीं कि वे कैसे हर व्यवस्था को बारीकी से देख रही हैं। इस दौरान वे मंच के सामने से कई बार आती जाती भी रहीं की सभी की नजर उन पर पड़ जाए। यही नहीं इस दौरान वे मंच पर पहुंचकर कई बार उद्घोषक को भी दिशा निर्देश देने आती जाती रहीं। खास बात यह है कि कार्यक्रम के बीच में भोजन का इंतजाम किया गया था, जैसे ही वहां मौजूद लोगों ने भोजन किया वैसे ही उनके द्वारा रवानगी डाल दी गई। इससे दूसरा सत्र शुरू होने से पहले ही सभागार खाली हो गया। इसकी वजह से मैडम के अरमानों पर पानी फिर गया। गुस्से में वे बाद में मातहतों पर यह कहते हुए नाराज होती रहीं कि उन्होंने लोगों को रोका क्यों नहीं। खैर, खाली सभागार में आयोजन जैसे-तैसे संपन्न हुआ।
पुर्नवास की पाल रखी है मंशा
सूबे के एक पूर्व ब्यूरोक्रेट ने इन दिनों अपने पुर्नवास की मंशा पाल रखी है, लेकिन सरकार उनकी मंशा पूरी करते हुए नहीं दिख रही है , जिसकी वजह से वे इन दिनों बेहद परेशान देखे जा रहे हैं। दरअसल यह साहब पहले कभी सरकार की गुड बुक में नहीं रहे हैं , लेकिन किस्मत से सरकार ने उन्हें एक गंभीर मामले की जांच सौंप दी। साहब ने भी इसमें सरकार की मंशा का जमकर ख्याल रखते हुए न केवल दो दिन में उसे पूरी कर सौंप दिया , बल्कि उसमें सरकार का भी जमकर बचाव किया गया। रिपोर्ट सौंपने के बाद से उन्हें लग रहा है कि इससे खुश होकर सरकार उनका पुर्नवास कर देगी। इसके बाद से साहब लगातार अपने लिए संभावनाएं तलाशने में लगे हुए हैं। इसके लिए वे मंत्रालय से लेकर नेताओं तक से खुलकर मेल मुलाकात करने में पीछे नहीं रह रहे हैं। यह बात अलग है कि एसीएस स्तर के इन पूर्व अफसर को कहीं से कोई रिस्पांस मिलता नहीं दिख रहा है।