
- प्रणव बजाज//बिच्छू डॉट कॉम।
बीते साल के बाद अब फिर तोड़ दी गई प्रतिमा
राजधानी से सटे और मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर के मंडी थाना क्षेत्र के ग्राम मुस्करा में बीते दो सालों में दूसरी बार अज्ञात असमाजिक तत्वों द्वारा डॉ. भीमराव अम्बेडर की प्रतिमा तोड़ दी गई है। प्रतिमा की नाक को तोड़ा गया है। प्रतिमा तोड़ने की घटना रात की बताई जा रही है। हालांकि एहतियात के तौर पर स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने प्रतिमा स्थल पर किसी के भी आने जाने पर सख्ती से रोक लगा दी है। दरअसल यह प्रतिमा जहां पर है, वहां से निकले रास्ते से कई गांवो के लोगों का आना जाना लगा रहता है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी हरी सिंह परमार का कहना है कि जहां प्रतिमा लगी है वहां से कई गांवों के लोगों का आना-जाना है। हो सकता है किसी नशा करने वाले ने ऐसा किया हो, पुलिस मामले में जल्द आरोपी को पकड़ लेगी।
जब परिवहन मंत्री राजपूत ने दी पूर्व मंत्री को नसीहत
विधानसभा में बजट पर विभागीय चर्चा के दौरान कई बार हास परिहास के ऐसे भी क्षण देखने को मिल रहे हैं,जब सदन में सदस्यों द्वारा जमकर ठहाके लगाए जाते हैं। ऐसे ही वाकये बीते रोज भी दिखे, हालांकि इस दौरान कई बार नोंक -झोंक भी देखने को मिली। भाजपा की ओर से शैलेंद्र जैन खड़े हुए तो खूब टोका-टाकी हुई। कांग्रेस के तरुण भनोत ने सवाल उठाए। यह देख परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बोले जब पूर्व वित्तमंत्री तरुणजी बोल रहे थे तो पूरे सदन ने सुना आप भी जरा सुनने की आदत डालें। तरुण बोले- वह (शैलेंद्र) तो कह रहे हैं कि गोविंद राजपूत को वापस ले जाओ, मेरी जगह ले गया है। उनका इशारा मंत्री पद की तरफ था, इस पर गोविंद और शैलेंद्र भी मुस्कराकर रह गए। भनोत ने विधायक निधि बढ़ाने का स्वागत किया। सुझाव दिया कि इसे 4 करोड़ किया जाए। दूसरे राज्य ऐसा कर चुके हैं।
जागी उलझन के सुलझन में बदलने की आशा
राजधानी में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद लोगों की मुश्किलें कम होने की जगह और अधिक बढ़ गई हैं। ऐसे में सूबे में पुलिस के नए मुखिया की कार्यप्रणाली से लग रहा है की शायद उलझने कुछ सुलझ सकेंगी। यातायात से लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली में तो लोगों को कोई सुधार होता दिखा नही है, बल्कि अब तो पुलिस भी सड़कों से गायब हो गई है। इस बीच जिस तरह से डीजीपी का पद सम्हालने के बाद सुधीर सक्सेना ने सक्रियता और मानवीय संवेदना दिखाई है उससे लोगों को जरुर उम्मीद बंधी हुई है। यह बात अलग है कि राजधानी के थानों की कमान सम्हालने वालों में कितना बदलाव आ सकेगा यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल जिस तरह से उन्होंने घायल पड़े एक युवक को अस्पताल भेजा और। इसके बाद औचक निरीक्षण करने जहांगीराबाद थाने जा पहुंचे उससे व्यवस्थाएं चाक चौबंद होने की आशा जरुर लोगों की जाग गई हैं।
शराब बंदी से झाड़ लिया पल्ला
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत संघ चालक अशोक पांडेय जब पत्रकारों से रुबरु हुए तो शराब बंदी का विवादास्पद मामले में प्रश्न आते ही पत्रकार वर्ता को ही समाप्त कर दिया गया। दरअसल जहां उमा भारती प्रखर हिंदुत्ववादी वक्ता हैं तो वहीं प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इस मामले में उनकी टिप्पणी को पक्ष या विपक्ष के रूप में अलग माहौल बना सकती थी, जिसके चलते उनके द्वारा किनारा करना ही बेहतर समझा गया। यह बात अलग है कि इसके पहले उनके द्वारा शाखाओं के विस्तार, स्वावलंबन और ग्वालियर को पॉलीथिन मुक्त बनाने का रोडमैप की जानकारी दी गई। संघ की अहमदाबाद में संपन्न प्रतिनिधि सभा में लिए गए निर्णयों के संबंध में पांडेय ने बताया कि संघ अब नई पीढ़ी के लिए रोजगार और नए अवसरों के लिए काम करेगा। समाज के सहयोग से भारत को स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रयास होंगे। संघ का शताब्दी वर्ष में संघ ने सामाजिक उत्तरदायित्व को देखते हुए कुछ लक्ष्य तय किए गए हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संघ आजादी के ऐसे गुमनाम योद्धाओं के योगदान को ढूंढने में जुटा है जिनका इतिहास में कोई जिक्र नहीं है। ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का सम्मान भी करेगा।