बिहाइंड द कर्टन/अब बूथों पर सुनाई देगी मुरली की तान

  • प्रणव बजाज
मुरलीधर राव

अब बूथों पर सुनाई देगी मुरली की तान
संघ के प्रचारक से भाजपा नेता बने पी मुरलीधर राव अब भाजपा संगठन में मप्र के प्रभारी हैं। इसके बाद भी उनकी कार्यशैली अब भी प्रवास और सक्रियता के मामले में प्रचारक की ही बनी हुई है। यही वजह है कि वे लगातार न केवल प्रदेश के प्रवास पर आते रहते हैं , बल्कि बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद और उनसे मिलते रहने का कार्यक्रम बनाकर ही मप्र के लिए रवाना होते हैं। अब प्रदेश के मैदानी संगठन में अधिकांश पदाधिकारी संघ की पृष्ठभूमि से हैं , सो उनके लिए यह सामान्य बात है , लेकिन सर्वाधिक परेशानी उन नेताओं को हो रही है, जो इस तरह की कार्यशैली से वास्ता नहीं रखते हैं। राव अब एक बार फिर प्रदेश के प्रवास पर हैं सो अपने तीन दिन के मैदानी प्रवास पर दूर दराज के बूथों तक के कार्यकर्ताओं से न केवल मिल रहे हैं, बल्कि यह भी पता कर रहे हैं कि बूथ विस्तारक योजना के तहत किस तरह से काम किया गया है। वे आज जहां इंदौर में हैं तो 3 फरवरी को धार -रतलाम और उसके बाद 4 फरवरी को उज्जैन जा रहे हैं।

विधायक दल की बैठक में शाम को होगा मंथन
प्राय: विधानसभा के सत्र के ठीक पहले होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक इस बार अलग से बुलाई गई है। यह बैठक आज शाम सीएम हाउस में होने जा रही है। बैठक को बुलाने का उद्देश्य प्रदेश के बजट की तैयारियों को लेकर चर्चा करने से लेकर विधायकों की बड़ी समस्याओं का पता लगाना है। बताया जाता है कि इस दौरान विधायकों से आमजन की बजट से अपेक्षाओं को जानकर इसकी जानकारी देने को कहा जा सकता है। इसी तरह से भाजपा विधायकों के क्षेत्र में 15 करोड़ तक की बड़ी योजनाओं के प्रस्तावों पर भी चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि बजट में इन्हें शामिल कर चुनावी लाभ लेने पर भी मंथन किया जाएगा।  दरअसल वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा पहले ही कह चुके हैं कि वे बजट को लेकर तमाम वर्गों के बीच चर्चा कर उनके सुझावों के आधार पर बजट में प्रावधान करेंगे।

आठ दिनों तक चुनावी मोर्चा सम्हालेंगे शिवराज
पार्टी के सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने हुए शिवराज सिंह चौहान अब उप्र व उत्तराखंड में चुनावी मोर्चा संभालने जा रहे हैं। उन्हें पार्टी ने आठ दिनों तक विभिन्न चुनावी क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने का काम दिया है। वे इन दोनों ही राज्यों में पार्टी के लिए ओबीसी मतदाताओं को रिझाने का काम करने वाले हैं। उनकी आम आदमी की छवि और खुद ओबीसी वर्ग का बड़ा चेहरा होने की वजह से माना जा रहा है कि वे इन दोनों ही राज्यों में पार्टी के लिए जातिगत समीकरण साधने में बेहद कारगर रह सकते हैं। वे अपने चुनावी प्रचार के अभियान की शुरुआत उत्तराखंड से करने वाले हैं। इसके तहत वे 6,7,10 और 11 फरवरी को दौरे पर रहने वाले हैं , जबकि उप्र के दौरे पर 13,14,18 और 19 फरवरी को रहेंगे। इस दौरान उनका मुख्य फोकस प्रदेश व मोदी सरकार की योजनाओं पर रहेगा। दरअसल वे पहले से ही देशभर में आम आदमी की योजनाओं को लेकर चर्चा में बने रहते हैं।

सूबे में जारी है बे मौसम तबादलों का दौर
भले ही तबादलों पर प्रदेश में प्रतिबंध है, लेकिन वे मौसम तबादलों का क्रम बना हुआ है। यह बात अलग है कि अब कर्मचारियों की जगह अफसरों के तबादले किए जा रहे हैं। आधा दर्जन आईएएस अफसरों के बाद अब राप्रसे के अफसरों के अलावा रापुसे के अफसरों के तबादले किए गए हैं। इसमें राप्रसे के अफसरों में राज्य के शिष्टाचार अफसर देवेन्द्र कुमार का तबादला कृषि विपणन बोर्ड में अपर संचालक के पद पर कर दिया गया है। उनकी जगह शहडोल जिला पंचायत के सीईओ मेहताब सिंह गुर्जर को प्रदेश का नया शिष्टाचार अफसर बनाया गया है। इसी तरह से नीमच के अपर कलेक्टर सुनील राज नायर को अब उपायुक्त राजस्व उज्जैन संभाग तो पीएएससी में अपर परीक्षा नियंत्रक वंदना शर्मा को अब जिला पंचायत इंदौर का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह से रापुसे के अफसर अमित सिंह को अब ईओडब्ल्यू ग्वालियर से एआईजी पुलिस मुख्यालय और एएसपी अलीराजपुर बिट्टू सहगल को एसपी ईओडब्ल्यू ग्वालियर पदस्थ किया गया है।

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