ऑफ द रिकॉर्ड/आईसीएमआर का सुझाव- पहले प्राइमरी स्कूल खोले जाएं..।

  • नगीन बारकिया
आईसीएमआर

आईसीएमआर का सुझाव- पहले प्राइमरी स्कूल खोले जाएं..।
एक तरफ तो तीसरी लहर का डर और दूसरी तरफ स्कूल खोले जाने का सुझाव, लोगों के लिए बड़ी ही असमंजस की स्थिति पैदा कर रहा है। स्कूल खोलने का सुझाव आईसीएमआर (इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) द्वारा दिया गया है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण में कमी आने पर सबसे पहले प्राइमरी स्कूल खोले जाने चाहिए क्योंकि छोटे बच्चों में कोरोना के संक्रमण का खतरा कम है और संक्रमण होने पर हल्का रहता है। आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव के अनुसार यूरोप के कई देशों में प्राइमरी स्कूल कोरोना की किसी भी लहर में बंद नहीं किए गए थे। इसलिए हमारी राय यह है कि पहले प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं। लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि स्कूल को खोलने से पूर्व सभी शिक्षकों एवं स्कूल में कार्य करने वाले सभी कार्मिकों, बस स्टाफ आदि का टीकाकरण होना चाहिए। इसके बाद सेकंडरी स्कूलों को खोला जाना चाहिए। भार्गव ने कहा कि यह फैसला राज्यों एवं जिला प्रशासन को करना है जिसमें वहां महामारी की मौजूदा स्थिति को आधार बनाकर फैसला किया जाएगा। आईसीएमआर के हालिया राष्ट्रीय सीरो सर्वे में पाया गया है कि छह वर्ष से नौ वर्ष की आयु के बच्चों में एंटीबॉडी 57.2 प्रतिशत है, जो बहुत हद तक वयस्कों के समान है।

ब्रिटेन में अब नोरोवायरस ने बढ़ाई चिंता, बढ़ रहे हैं मरीज
इंग्लैंड में कोरोना वायरस के बाद अब नोरोवायरस ने चिंता बढ़ा दी है। पांच हफ्तों में इस वायरस के करीब 154 मामले सामने सामने आ चुके हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह भी कोरोना जैसा घातक है। ब्रिटेन में यह ऐसे समय आया है जब लोग लॉकडाउन खत्म होने के बाद जीवन के सामान्य होने की उम्मीदें कर रहे थे। ब्रिटेन की हेल्थ एजेंसी पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने अलर्ट जारी किया है। विभाग ने कहा कि पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड लगातार मरीजों पर नजर रखे हुए हैं। इस हेल्थ इमरजेंसी की मानें तो इस वायरस के केस में पिछले कुछ समय में तीन गुना इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा डराने वाली बात है कि इस वायरस के केस उन जगहों पर ज्यादा हैं जहां पर बच्चों की संख्या ज्यादा है, जैसे कि नर्सरी और चाइल्ड केयर सेंटर्स। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की तरफ से कहा गया है कि नोरोवायरस कोरोना वायरस की तुलना में कहीं ज्यादा खतरनाक है और इसकी वजह से संक्रमण तेजी से फैलता है। जो भी व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है उसे उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण होते हैं।

पंजाब में पेंच, सिद्धू या कैप्टन-पहले माफी कौन मांगे ?  
पंजाब में कलह का पेंच खुलने का नाम ही नहीं ले रहा है। आम कार्यकर्ता अपने इन नामी नेताओं के नाटक देखने को मजबूर हैं। कुछ ही समय बाद विधानसभा चुनाव का काम शुरू हो जाएगा लेकिन लगता है उसकी ओर किसी का ध्यान ही नहीं है और न ही किसी का इस ओर विचार है कि जनता के सामने ये नेता लोग अपना कौन सा चेहरा लेकर जाएंगे। लेकिन ऐसा लगता है यह सब सहज चुनावी प्रक्रिया है। सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने दो दिन बीत गए हैं, पर कैप्टन अमरिंदर सिंह से कोई बातचीत नहीं हुई है। दोनों नेताओं के बीच इस टकराव ने पार्टी नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। उनका मानना है कि दोनों के बीच तालमेल जरूरी है। पर अभी तक दोनों गुट एक दूसरे से माफी मंगवाने की मांग पर अड़े हैं। कैप्टन गुट कई दिनों से सिद्धू से माफी मांगने की मांग कर रहा है। उसका कहना है कि सिद्धू ने मुख्यमंत्री के खिलाफ कई ट्वीट किए हैं, इसलिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। सिद्धू के करीबी नेता परगट सिंह ने कहा कि माफी मांगने का सवाल ही नहीं है। माफी खुद कैप्टन को मांगनी चाहिए, क्योंकि वह मुख्यमंत्री के तौर पर जनता से किए वादों को पूरा करने में असफल रहे हैं।

15 अगस्त को हो सकता है ड्रोन हमला, अलर्ट जारी
सूत्रों का कहना है कि राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त के पहले और संसद के मॉनसून सत्र के बीच ड्रोन से हमले की साजिश रची गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। खुफिया अलर्ट के मुताबिक आतंकी ‘ड्रोन जेहाद’ कर दिल्ली में बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की फिराक में जुटे हैं। खुफिया सूचना के मुताबिक 15 अगस्त से पहले दिल्ली को दहलाने की नापाक साजिश रच रहे हैं। खासतौर से 5 अगस्त के दिन ज्यादा खतरा बताया गया है क्योंकि 5 अगस्त को धारा 370 हटी थी। लाल किला भी दस दिन पहले ही 15 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है।

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