
इस दौरान पत्थर न मिलने पर लोगों ने बर्फ के गोले सुरक्षा बलों पर फेंकने शुरू कर दिए। स्थिति को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। इससे भी बात नहीं बनी तो पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया और हवाई फायरिंग की गई। हिंसक प्रदर्शनों में दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए हैं। मोबाइल इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है। पूरे इलाके में तनाव की स्थिति है।
जिले के देवसर इलाके के कीलम में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने तड़के घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। घेरा सख्त होता देख मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई से मुठभेड़ शुरू हो गई। आठ घंटे से अधिक चली मुठभेड़ में पांच आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिली।
सूत्रों के अनुसार मारे गए आतंकियों में वसीम बशीर राथर उर्फ जीशान (अशमूजी-कुलगाम), जाहिद पररे (गोपालपोरा-कुलगाम), इदरीश भट (आरवानी-अनंतनाग), आकिब नजीर मीर (जोंगालपोरा-कुलगाम) तथा परवेज भट (मोकदमपोरा) के थे। हालांकि, पुलिस ने अभी मारे गए आतंकियों के नाम तथा संगठन के बारे में जानकारी नहीं दी है। दोपहर बाद 1:24 बजे चिनार कोर की ओर से ट्वीट कर पांच आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई।
मुठभेड़ शुरू होते ही आस-पास के गांवों से भी लोग मौके पर जुटने शुरू हो गए। नारेबाजी के साथ ही उन्होंने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। अचानक लोगों की भीड़ जुटते देखकर कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने से रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने मुठभेड़स्थल के बाहर सुरक्षा घेरा सख्त कर दिया। बर्फबारी के चलते पत्थर नहीं मिले तो लोगों ने बर्फ के गोले ही सुरक्षा बलों पर फेंकने शुरू कर दिए। काफी देर तक हिंसक प्रदर्शन चलते रहे।