आदिवासियों को सरकार देगी जूते-चप्पल, छाता और साड़ी

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  • तेंदूपत्ता बीनने वालों को 261 करोड़ बोनस से सरकार बांटेगी सौगात

    भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में किसानों, महिलाओं को सौगात देने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के वन क्षेत्र में तेंदूपत्ता बीनने वालों को सौगात देने जा रहे हैं। तेंदूपत्ता बीनने वाले 15 लाख आदिवासी परिवारों को सरकार उनके ही 261 करोड़ रुपयों से खुश करने वाली है। मुख्यमंत्री के निर्णय पर लघु वनोपज संघ ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूते-चप्पल, पानी की बॉटल, छाता और साडिय़ा उपलब्ध कराने की तैयारियां लगभग पूरी कर ली है। जून माह के दूसरे सप्ताह से संग्राहकों को वितरण का काम शुरू हो सकता है। सरकार ने निर्णय लिया है कि इस बार तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार में हर महिला को सिंथेटिक साड़ी उपलब्ध कराएगी, जबकि अन्य सामग्री परिवार में एक नग के रूप में दी जाएगी।
    मप्र लघु वनोपज के अंतर्गत आने वाले तेंदूपत्ते का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। बीड़ी बनाने के काम में आने वाले ये पत्ते जंगल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों-परंपरागत वन निवासियों को सर्वाधिक मौसमी आय उपलब्ध कराते हैं। लघु वनोपज आदिवासी एवं अन्य परंपरागत वन निवासी समुदायों के जीवनयापन का हमेशा से मुख्य आधार रहा है। सरकार इस साल 16 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी करने वाली है। एक बोरा की कीमत ढाई हजार से बढ़ाकर 3 हजार रुपए कर दी है। इस तरह लघु वनोपज संघ आदिवासियों से 480 करोड़ का तेंदूपत्ता खरीदेगा। इसके अलावा जो लाभांश मिलेगा वो भी आदिवासियों को बांटा जाएगा।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2017-18 में यह योजना शुरू की थी। वनोपज संघ के अधिकारियों ने बताया कि गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए तय किया गया है कि सामग्री की जांच सप्लाई होने के पहले और बाद की जाएगी। लघु वनोपज संघ के एमडी पुष्कर सिंह का कहना है कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को छाता तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। जून माह ऑर्डर देने का काम शुरू हो जाएगा।
    15 लाख परिवारों को मिलेगी सामग्री
    प्रदेश के जंगलों में तेंदूपत्ता बीनने वाले 15 लाख आदिवासी परिवारों को सरकार चुनावी साल में जूते-चप्पल, साड़ी, पानी की बोतल और छाता देने वाली है। 15 लाख परिवार में करीब 40 लाख सदस्य हैं। इसमें पुरुषों को जूते, महिलाओं को चप्पल और साड़ी, एक परिवार को एक पानी की बोतल और एक छाता दिया जाएगा। जूते-चप्पल अच्छी क्वालिटी के होंगे। ये सामग्री 2022 में तेंदूपत्ता जमा करने वाले कार्डधारी परिवारों को ही मिलेगी। ये सामग्री प्रदेश सरकार की संस्था लघु उद्योग निगम के जरिए खरीदने जा रही है। इस खरीदी में 261 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
    20 लाख महिलाओं को दी जाएगी साड़ी
    जानकारी के अनुसार 15 लाख कार्डधारियों में 20 लाख महिलाओं को सिंथेटिक साड़ियां मिलेंगी। वनोपज यूनियन ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को सामग्री उपलब्ध कराने का काम लघु उद्योग निगम को दिया है। निगम के माध्यम से विभिन्न कंपनियां सप्लाई करेंगी। निर्णय के अनुसार एक कार्डधारी परिवार में एक जोड़ी जूते, एक जोड़ी चप्पल, एक पानी की बॉटल और एक छतरी दी जाएगी। जबकि साड़ी परिवार की हर महिला सदस्य को मिलेगी। विभाग ने सामग्री क्रय करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। जानकारी के अनुसार संग्राहकों को उपलब्ध कराए जा रहे जूतों की जांच सीईआरआई चेन्नई और नोएडा की कंपनी से कराई है। वहीं प्लास्टिक की छोडक़र बाकी सामग्री देने की बॉटल की गुणवत्ता भोपाल स्थित सीपेक ने देखी है। साड़ी के लिए टैक्सटाइल कमेटी मुंबई को के दूसरे सप्ताह से डीएफओ द्वारा नामांकित किया गया था। साड़ी में 20 पैरामीटर तय किए गए थे।

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