अभी और करना होगा राप्रसे अफसरों को प्रमोशन का इंतजार

  • डीपीसी टली, नई तिथि भी तय नहीं
  • गौरव चौहान

रा ज्य प्रशासनिक सेवा ( राप्रसे) के अधिकारियों को पदोन्नति पाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) संवर्ग में चयन के लिए अभी इंतजार करना होगा। इसकी वजह है आज होने वाली विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक टल जाना। संघ लोक सेवा आयोग ने सामान्य प्रशासन विभाग को इसकी सूचना देते हुए कहा है कि आगामी तारीख की सूचना जल्द दी जाएगी। उधर, एडीजी राजेश चावला मार्च में स्पेशल डीजी बन जाएंगे, उनका प्रमोशन स्पेशल डीजी अन्वेष मंगलम के रिटायर होने की वजह से होगा। 89 बैच के एडीजी सुशोभन बनर्जी स्पेशल डीजी मुकेश जैन के रिटायर होने के बाद भी प्रमोट नहीं होंगे। हालांकि स्पेशल डीजी पवन जैन और डीजी एसएल थाउसेन के रिटायर होने के बाद एडीजी सुषमा सिंह और एसडब्ल्यू नकवी को डीजी बनने का मौका मिल जाएगा।
इस बार एक साथ दो वर्ष 2021 और 2022 की डीपीसी प्रस्तावित की गई है। प्रदेश में प्रतिवर्ष राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस संवर्ग में चयन के लिए संघ लोक सेवा आयोग डीपीसी करता है। इस बार वर्ष 2021 के लिए उपलब्ध 19 पदों के लिए सोमवार को बैठक प्रस्तावित की गई थी। विभाग ने इसकी तैयारी करके प्रस्ताव समय पर भेज दिया था। साथ ही वर्ष 2022 के लिए उपलब्ध आठ नियमित और छह संवर्ग पुनरीक्षण में प्राप्त पदों के लिए डीपीसी करना भी प्रस्तावित किया गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि डीपीसी टलने के कारण अब दोनों वर्ष के पदों के लिए एक साथ बैठक हो सकती है। वहीं, राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस सवंर्ग में चयन के लिए भी गृह विभाग ने एक साथ दो वर्षों के प्रस्ताव भेजे हैं। यदि आयोग सहमत हो जाता है, तो दोनों वर्षों के लिए उपलब्ध पदों पर अधिकारियों का चयन एक साथ हो जाएगा। हालांकि आयोग की ओर से बैठक की अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है। गौरतलब है कि केन्द्र व राज्य सरकार के अधिकारियों की व्यस्तता के कारण वर्ष 2022 में डीपीसी नहीं हो सकी थी। पूर्व में एसएएस और एसपीएस अफसरों को आईएएस और आईपीएस बनाने के लिए डीपीसी दिसंबर 2022 में संभावित थी। पहले यह डीपीसी 10-15 दिसंबर के बीच होनी थी। बाद में यह माना गया कि डीपीसी दिसंबर के अंतिम सप्ताह में होगी। इसके बाद केंद्र सरकार ने डीपीसी तब कराने से इंकार कर दिया था।
आईपीएस के लिए इन पर विचार
राज्य पुलिस सेवा के दस अफसरों को भारतीय पुलिस सेवा में पदोन्नत किया जाना है। इसके लिए होने वाली डीपीसी में संघ लोक सेवा आयोग सदस्य और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के अलावा अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर सक्सेना शामिल होंगे। जिन अफसरों के नामों पर डीपीसी में विचार होगा उनमें प्रकाश चंद्र परिहार, विनोद कुमार सिंह,मनीष खत्री, राजेश त्रिपाठी, सुनील मेहता, वीरेन्द्र जैन, देवेन्द्र पाटीदार, रायसिंह नरबरिया, आरएस प्रजापति, सुंदर सिंह कनेश सहित तीन अफसर शामिल है। प्रकाश चंद्र परिहार के मामले में राज्य सरकार कोर्ट गई है इसलिए इनका नाम अटक सकता है।
आईजी के पदों का बनेगा संतुलन
साल 2003 में राज्य सरकार को पुलिस महकमे में एडीजी पदों पर ज्यादा अधिकारियों की संख्या को नियंत्रित करने का मौका मिलेगा। क्योंकि 6 एडीजी रिटायर हो रहे हैं और इस पद पर पदोन्नति के लिए 1999 बैच के तीन अधिकारी ही हैं। ऐसे में चार आईजी अधिकारी 2022 की तुलना में ज्यादा उपलब्ध रहेंगे। कुछ अफसरों के रिटायर होने के बाद कैडर के पिरामिड में ऊपरी संतुलन की स्थिति बैलेंस हो सकती है। इस साल अगले दस माह में 18 अफसर सेवानिवृत्त होंगे इसकी शुरुआत स्पेशल डीजी मंगलम से शुरू हो गया है। इसके बाद एडीजी केटी वाइफे, बलवीर सिंह, अनिल शर्मा, तिलक सिंह, पवन जैन, मुकेश जैन, सुशोभन बनर्जी, अनिता मालवीय, एसडब्ल्यू नकवी, डी श्रीनिवास राव, अनुराग शर्मा थाउसेन सेवानिवृत्त होंगे।
आईएएस के लिए 57 अफसरों के नामों पर विचार
पदोन्नति के लिए जिन अफसरों के नामों पर विचार किया जाना है उनमें विवेक सिंह, सुनील दुबे, राजेश जैन, प्रमोद शुक्ला, गोविंद सिंह नागेश, प्रताप नारायण यादव, सशोधन सिंह अनुराग सक्सेना, मल्लिका निगम नागर, अजीजा सरशार जफर, सपना सोलंकी, मंजूषा राय, संघमित्रा गौतम, संजना जैन, सुचिस्मिता सक्सेना, कीर्ति खुरासिया, जगदीश गोमे, दिशा प्रणय नागवंशी सहित 57 अफसरों के नामों पर विचार किया जाएगा।
89 बैच के तीन अफसरों को डीजी रैंक का इंतजार
साल 1989 बैच में सात अधिकारी हैं जिनमें से अब तक चार अधिकारियों मुकेश जैन, अजय शर्मा, संजय झा और गोविंद प्रताप सिंह को डीजी रैंक मिल चुकी है। इसी बैच के राजेश चावला, सुशोभन बनर्जी व सुषमा सिंह को अभी इस रैंक का इंतजार है। चावला को अन्वेष मंगलम के रिटायर होने के बाद अगले माह डीजी रैंक मिल जाएगी। जबकि सुशोमन बनर्जी का जुलाई में रिटायरमेंट है और उसके पहले डीजी रैंक का कोई भी अधिकारी सेवानिवृत्त नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से उनकी डीजी बनना नामुमकिन है। जुलाई महीने में डीजी रैंक के तीन अधिकारी होमगार्ड डीजी पवन जैन, एसएल थाउसेन और मुकेश जैन रिटायर होंगे। 1988 बैच के थाउसेन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं लेकिन 1987 बैच के पवन जैन व 1989 बैच के मुकेश जैन के रिटायरमेंट से 1989 बैच की सुषमा सिंह और 1990 बैच के एसडब्ल्यू नकवी को डीजी रैंक मिल सकती है। इसकी वजह से नकवी को एक महीने डीजी रैंक पर काम करने का मौका मिलेगा। इसकी वजह है उनका अगस्त महीने में ही रिटायरमेंट है।

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