भोपाल में अलग से बनाया जाएगा एनआईए थाना

एनआईए थाना
  • मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में रहेगा कार्यक्षेत्र…

भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। राज्य में आतंकी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए मप्र में दिसंबर में एनआईए का पहला थाना खुल गया है। गृह विभाग ने औपचारिक रूप से नोटिफिकेशन जारी कर यह जानकारी दी है। इस थाने का कार्यक्षेत्र पूरा मप्र रहेगा। इसका पता तीसरी मंजिल, ओल्ड क्राइम इन्वेस्टिगेशन विभाग बिल्डिंग जहांगीराबाद, भोपाल है। थाने के लिए फिलहाल ओल्ड क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट बिल्डिंग दी गई है। वहीं एनआईए के लिए राजधानी में एक अलग से थाना बनाया जा रहा है। इसका कार्यक्षेत्र मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में रहेगा। यहां से दोनों प्रदेशों पर एनआईए नजर रखेगा। सूत्रों ने बताया कि थाना नहीं होने की वजह से लखनऊ में साक्ष्य व जब्त सामानों को भेज दिया जाता है। इसके अलावा बेंगलुरु ऑफिस में भी सैंपलिंग के लिए लैब भेजा जाता है। यदि मध्य प्रदेश में थाना जल्द खुल जाता है तो ऐसे में एनआईए को भी काफी मदद मिलेगी।
जानकारी के अनुसार एनआईए के थाने के लिए जिला प्रशासन ने भौरी में पांच एकड़ जमीन आरक्षित कर दी है। शासन की अनुमति मिलने के बाद जमीन आवंटन के साथ कब्जा दे दिया जाएगा। इस जमीन पर आवासीय परिसर भी रहेगा। यह पहला मौका है। जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए का थाना भोपाल में खोला गया है। राज्य सरकार ने औपचारिक रूप से इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इस नए थाने से मध्यप्रदेश पुलिस को बेहतर तालमेल बनाने के साथ ही पूरे प्रदेश में अपनी गतिविधियों को बेहतर करने में मदद मिलेगी।
अभी 12 लोगों का स्टाफ
गृह विभाग की अधिसूचना में कहा गया है कि इस थाने का नाम राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी पुलिस थाना होगा। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन यह कार्य करेगा। वर्तमान में इसे जहांगीराबाद स्थित एक अस्थाई बिल्डिंग में चलाया जा रहा है। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने भौरी में पांच एकड़ जमीन चिन्हित कर ली है। इस जमीन को आवंटन कर कब्जा दिया जाएगा। जिसके बाद बिल्डिंग बनाकर थाने को यहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। एनआईए मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ में भी देश विरोधियों पर नजर रखेगी। पहले केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के लिए एनआईए का थाना खोलने का आदेश जारी किया था लेकिन अब छत्तीसगढ़ को शामिल किया गया है। यानी एनआईए को दो राज्यों में जांच और छापेमारी का अधिकार दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अभी जहांगीराबाद ऑफिस में 12 एनआईए का स्टाफ है। थाना खुलने के बाद 100 लोगों की भर्ती होगी। एसपी रैंक के अधिकारी या फिर ज्वाइंट डायरेक्टर के पास जिम्मेदारी होगी। साथ ही मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस की खुफिया एजेंसियों में पदस्थ पुलिसकर्मियों को भी डेपुटेशन के जरिए एनआईए में पदस्थ किया जाएगा। फिलहाल मध्य प्रदेश में एनआईए 5 बड़े मामलों की जांच कर रही है।
देश में एजेंसी की 13 शाखाएं हुई
बता दें कि भोपाल में 13 मार्च 2022 को जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के कुछ आतंकी पकड़े गए थे। इसके बाद रतलाम में सूफा के आतंकी विस्फोटक के साथ पकड़े गए थे। तभी से एजेंसी ने भोपाल में स्थायी ठिकाना बना लिया है। देश के 12 राज्यों में एजेंसी की शाखाएं हैं। अब मध्य प्रदेश को मिलाकर देश में एजेंसी की 13 शाखाएं हो गई हैं। जांच-पड़ताल के लिए एजेंसी को प्रदेश पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर 50 अधिकारी और कर्मचारी दिए जा रहे हैं।

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