जब पेले को देखने के लिए रोक दिया युद्ध

 पेले

नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। पेले की दीवानगी पूरी दुनिया में किस हद तक सिर चढ़कर बोलती थी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस महान फुटबालर की वजह से युद्ध लड़ रहे देशों ने अपनी लड़ाई रोककर सीजफायर तक लागू कर दिया। एक घटना का जिक्र तो खुद पेले ने 2012 में अपने गैबोन दौरे पर किया। पेले जब गैबोन की राजधानी लिब्रेविले 2012 में गए तो उन्होंने बताया कि वह 1967 में भी अपने क्लब सांतोस से यहां खेलने आए थे। उन्हें किंशासा (कांगो) और लिब्रेविले में खेलना था। उस दौरान गैबोन और कांगो के बीच युद्ध चल रहा था। गैबोन के तत्कालीन राष्ट्रपति अली बोंगो ने कांगो के राष्ट्रपति से बात की कि पेले यहां खेलने आ रहे हैं। ऐसे में युद्ध नहीं होना चाहिए। दोनों देश इस पर राजी हो गए। सीजफायर लागू कर दिया। पेले का मैच होने के बाद दोनों देशों में फिर युद्ध शुरू हो गया।

इसी तरह सांतोस की टीम को 1969 में नाइजीरिया में खेलने आना था, लेकिन इस देश में दूसरे देश बायफ्रा के साथ युद्ध छिड़ा हुआ था। जब पेले बेनिन खेलने पहुंचे थे, तो  नदी के दूसरे किनारे पर बायफ्रा था। मैच शुरू होने से पहले नदी पर स्थित पुल के दरवाजे खोल दिए गए और युद्ध को रोक दिया गया। दोनों देशों के लोगों ने पेले को देखा, लेकिन सांतोस के सदस्य गिल्मर बताते हैं कि जैसे ही टीम वहां से हवाई जहाज पर चढ़ी युद्ध फिर शुरू हो गया। गिल्मर बताते हैं कि इस दौरान गोलीबारी की आवाजें सुनाई पड़ रही थीं। बाद में बायफ्रा को नाइजीरिया में शामिल कर लिया गया था।

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