पर्यटक देलाबाड़ी व झिरी रेंज में उठा सकेंगे जंगल सफारी का लुत्फ

 जंगल सफारी
  • अगले माह से मिलने लगेगी यह सुविधा
    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
    । राजधानी से सटे रातापानी सेंचुरी में अब पर्यटक व प्राकृतिक प्रेमी जगंल सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे।  यह जंगल सफारी एक दिसबंर से शुरू करने की योजना बनाई गई है। इसे देलाबाड़ी और झिरी रेंज में शुरू करने की तैयारी है।
    यहां शुरू होने वाली इस सफारी की खासियत यह है कि इसमें एडवेंचर्स का मजा भी लिया जा सकेगा। इसके साथ ही यह देश की पहली ऐसी जंगल सफारी होगी जहां पर्यटकों को जंगल के अंदर का प्राकृतिक रास्ते पर  पैदल चलने का भी मौका दिया जाएगा। फिलहाल  रातापानी सेंचुरी क दो रेंज में 10 वाहनों के साथ जंगल सफारी शुरू की जा रही है।  इस जंगल सफारी की खासियत यह है कि यहां पर दूसरे नेशनल पार्कों की तुलना में कम खर्च आएगा। रातापानी सेंचुरी के अफसरों के मुताबिक पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान देलाबाड़ी रेंज में 3 किमी के प्राकृतिक रास्ते पर पैदल चलने का मौका दिया जाएगा। यह रास्ता गिन्नौरगढ़ किले के पास से जाने का रहेगा।
    इसी तरह से ं झिरी में कैरी महादेव के पास पर्यटक मंदिर तक जाने के लिए भी इसी तरह की सुविधा रहेगी। इस जंगल सफारी के लिए  झिरी में 40 किमी का तो देलाबाड़ी रेंज में 20 किमी का ट्रैक तैयार किया गया है। पहले झिरी दाहोद में पर्यटक अपने वाहनों से अंदर जा सकते थे, लेकिन अब सिर्फ सफारी वाहनों के माध्यम से पर्यटकों को जाने का मौका मिल सकेगा। हालांकि रातापानी सेंचुरी में स्थित भीमबैठिका में पर्यटकों के लिए कोई प्रतिबंध लागू नहीं किया गया है। यहां पर पर्यटक पहले की तरह ही अपने वाहनों से आ जा सकते हैं। हालांकि झिरी द्वार से किरमई तक केवल 20 किमी क्षेत्र में ही पर्यटकों को घूमने की सुविधा रहेगी, लेकिन बाद में रूट को किरमई से 16 किमी आगे भीमबैठिका तक बढ़ा दिया जाएगा। इस तरह से पर्यटक झिरी द्वार से भीमबैठिका तक वाहन में बैठकर जंगली जानवरों को देख सकेंगे। साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि वाहनों की आवाज से वन्य प्राणियों पर दबाव न पड़े। इस दौरान जंगल में गाड़ी का हॉर्न बजाने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी।
    होगी दो हजार रुपए की बचत
    प्रदेश के सभी नेशनल पार्कों में होने वाली सफारी की तुलना में रातापानी सेंचुरी की सफारी सस्ती रहेगी। प्रदेश में जहां कान्हा, बांधवगढ़, पेंच नेशनल पार्क में जंगल सफारी में एक सफारी वाहन का कुल खर्च तकरीबन 6100 रुपए आता है, तो वहीं रातापानी में महज 4100 रुपए का ही खर्च आएगा। इसमें गाइड, वाहन और एंट्री फीस शामिल है।
    अफ्रीका की तर्ज पर होगी सफारी
    वन विभाग के सहयोग से रातापानी जंगल लॉज द्वारा इस सफारी को शुरू किया गया है। अफ्रीका में खुले वाहन में होने वाली सफारी की तर्ज पर ही इस जंगल सफारी में जंगली जानवरों को पर्यटक उनके निवास स्थल पर विचरण करते हुए देख सकेंगे। खास बात यह है कि जंगल सफारी के लिए टाटा ने विशेष रूप से निर्मित टाटा योद्धा 4 व्हील ड्राइव वाहन को तैयार किया है। इस वाहन की खासियत यह है कि कीचड़ या गड्ढे में वाहन का टायर जाने के बाद इस वाहन का इंजन चारों टायरों में बराबर पावर देता है।

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