भगवान शंकर को ‘ कैद ‘ से मुक्त कराने बड़े आंदोलन की तैयारी

भगवान शंकर

– सोमेश्वर धाम मंदिर के ताले खुलवाने उमा ने खोला मोर्चा
– 11 अप्रैल को मंदिर में अभिषेक करने का किया ऐलान
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम।
रायसेन स्थित भगवान शंकर के मंदिर सोमेश्वर धाम के ताले पूरी तरह खुलवाने के लिए प्रदेश में बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू हो गई है। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान के बाद सोमेश्वर धाम मंदिर का मामला गरमाता जा रहा है। शराबबंदी की मांग के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मंदिर के ताले खुलवाने के लिए मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने 11 अप्रैल को सोमेश्वर धाम मंदिर में शिवजी का अभिषेक करने का ऐलान किया है। इसके लिए लोगों को बड़ी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया गया है।
गौरतलब है कि पिछली बार 1974 में मंदिर का ताला खुलवाने के लिए एक बड़ा आंदोलन हुआ था। जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री और दिवंगत कांग्रेस नेता प्रकाशचंद सेठी ने खुद मंदिर के ताले खुलवाए थे। उस दौरान केके अग्रवाल यहां के कलेक्टर थे। आंदोलन के बाद से मंदिर के पट साल में एक बार महाशिवरात्रि पर 12 घंटे के लिए खोले जाते हैं। इस दिन यहां मेले का आयोजन भी होता है। लेकिन अब इस मंदिर को भक्तों के लिए पूरी तरह खोलने की मांग हो रही है। भाजपा के नेता, विधायक और मंत्री भी मंदिर खोलने के पक्ष में हैं।
11 अप्रैल को जुटेगा हजारों भक्तों का रेला
रायसेन में बंद मंदिर को खोलने के लिए उमा भारती ने पंडित प्रदीप मिश्रा का समर्थन किया है। उमा भारती 11 अप्रैल सोमवार को सोमेश्वर धाम रायसेन किले पर भगवान शिव का अभिषेक करेंगी। साथ ही उन्होंने रायसेन समेत आसपास के सभी भक्तों से अभिषेक कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है। बता दें कि बीते दिनों व्यास गद्दी से शिव महापुराण कथा के दौरान हजारों श्रद्धालुओं के सामने पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के राज्य में ही शिव कैद में हैं। ऐसे में कैसे सुख हो सकता है। जो देवों का देव महादेव हैं, लेकिन वो देश की आजादी के बाद से कैद में है और आज तक कोई उनको कैद से बाहर नहीं ला सका है। रायसेन के लोगों धिक्कार है, जो आज तक उनको बाहर नहीं ला सके।
नेताओं और लोगों का मिल रहा समर्थन
पं. प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर रायसेन किले की पहाड़ी पर स्थित सोमेश्वर धाम में शिवजी मंदिर पर लगा ताला सुर्खियों में आ गया है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अब किसी मंदिर में भगवान कैद में नहीं रहेंगे। प्रदेश में भगवान और भक्तों का राज है। वे खुद दर्शन के लिए वहां जाएंगे। सांची के विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि कहा कि जन भावना को ध्यान में रखते हुए मंदिर के ताले खुलने ही चाहिए।

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