रिजर्व प्राइज से कम दर पर 9 समूह चलाएंगे 22 शराब दुकानें

शराब दुकानें
  • आखिरकार ठेकेदारों के सिंडीकेट के दबाव में झुकना पड़ा सरकार को

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। शराब ठेकेदारों के सिंडीकेट को तोड़ने के लिए सरकार ने भरपूर कोशिश की लेकिन ,राजस्व के कारण आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा। इस कारण राजधानी भोपाल में नीलामी प्रक्रिया में 22 शराब दुकानों को रिजर्व प्राइज से 37.31 प्रतिशत (औसत) से कम पर ठेके पर देना पड़ा। यह पिछले साल के वार्षिक मूल्य से 26.25 फीसदी कम है।  गौरतलब है कि नई आबकारी नीति के तहत सरकार ने शराब दुकानों की रिजर्व प्राइज में 20 प्रतिशत की वृद्धि की है।
शराब ठेकेदार लगातार इसका विरोध कर रहे  थे और इसी वजह से उन्होंने टेंडर प्रक्रिया से पूरी तरह दूरी बना ली थी।  ये ठेकेदार रिजर्व प्राइज 10 से 15 फीसदी कम करने की मांग कर रहे थे। शराब ठेकेदारों के सिंडीकेट के रवैए के चलते सरकार ने रिजर्व प्राइज में राहत देते हुए वर्ष 2021-22 के वार्षिक मूल्य से 25 फीसदी तक रेट कम करने का निर्णय लिया था। लेकिन इसे बढ़ाते हुए रिजर्व प्राइज से 50 फीसदी से ज्यादा रेट कम करते हुए सभी 9 समूह की दुकानों के ठेके मंजूर कर लिए गए।
सुभाष नगर समूह की दो दुकानें 55.54 प्रतिशत कम पर
राजधानी में जिन 22 शराब दुकानों के ठेके हुए हैं ,उनमें सुभाष नगर समूह की दो दुकानें रिजर्व प्राइज से 55.54 प्रतिशत और पिछले साल के वार्षिक मूल्य से 47.49 फीसदी कम पर ठेके पर दी गईं। यह ठेका सबसे सस्ता गया है। जबकि नई आबकारी नीति में शराब दुकानों की रिजर्व प्राइज में 20 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। भोपाल जिले में शराब की 90 दुकानें हैं, जिसमें 31 मार्च तक 68 दुकानों की नीलामी ही हो सकी थी। बाकी बची हुई 22 दुकानों के लिए शनिवार को 12 वीं बार ई-नीलामी की गई। सूत्रों के अनुसार, इनके लिए 34 ठेकेदारों के ऑफर आए थे। शाम पांच बजे तक 5 समूहों की 14 दुकानों के ऑफर रिजर्व प्राइज से कम दर पर मंजूर कर लिए गए। बिट्टन मार्केट, सुभाष नगर,  पीएनबी चौराहा और लाल घाटी समूह की 8 दुकानों के लिए पेंच फंसा रहा। हालांकि शासन के निर्णय के बाद इन चारों समूहों की दुकानों को भी ठेके पर दे दिया गया।
सभी ग्रुप रिजर्व प्राइस से कम पर गये
– न्यू मार्केट ग्रुप में तीन शराब दुकानें आती हैं। इसके लिए आरक्षित मूल्य 42, 75, 41 हजार रुपए रखा गया था। शनिवार को रिजर्व प्राइस से करीब 30 फीसदी कम पर टेंडर स्वीकृत कर दिया गया। यह ग्रुप मनीदेवी राय को 29 करोड़ 79 लाख 99 हजार रुपए मिला।
–  सुभाष नगर ग्रुप में दो दुकानें हैं। इसकी आरपी 30 करोड़ 38 लाख 80 हजार रुपए रखी गई थी। जिसे रिजर्व प्राइस से 55 फीसदी कम पर एव्हीएस स्प्रिट प्रा.लि ने ले लिया।
 सीहोर नाका ग्रुप में तीन दुकानें हैं। इसका आरक्षित मूल्य 30,79,32,850 रुपए रखा गया था। यह ग्रुप आरपी से 33.78 में गया। इसे एव्हीएस स्प्रिट प्रा.लि ने 20 करोड़ 39 लाख में ले लिया।
–  हमीदिया रोड ग्रुप में दो दुकानें हैं। इसकी आरपी 25,37,73,559 करोड़ रुपए रखा था। इसे आरपी 35.94 फीसदी कम पर आया। इसे ज्ञानचंद जायसवाल ने 16 करोड़ 25 लाख 77 हजार 999 रुपए।

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